देश कोयले की भारी कमी से गुजर रहा है और ऐसे आसार दिख रहे हैं कि राजधानी दिल्ली सहित देश के बड़े हिस्से में कोयले की कमी की वजह से बिजली उत्पादन और आपूर्ति गहरे संकट में चला जाएगा. कहा जा रहा है कि दीपावली तक हालात में सुधार होने की भी कोई गुंजाइश नहीं दिख रही है. कई पावर प्लांट अपनी उत्पादन क्षमता से बेहद कम बिजली उत्पादित कर पा रहे हैं, जिससे सम्पूर्ण ब्लैक आउट का ख़तरा नजदीक आता दिख रहा है.
कई राज्यों ने इस मसले पर चिंता जताई है और इससे केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री को अवगत करा दिया है. हांलांकि केंद्र सरकार ने ये आश्वासन जरूर दिया है कि हालात में जल्द ही सुधार होगा.
मंत्रालय ने एक रिलीज में कहा कि कोयले की आपूर्ति की कमी कई कारणों से हुई हैं, जिनमे 4 प्रमुख हैं. सरकार जो कोयला आयात करती है, उसकी कीमत काफी तेजी से बढ़ी है, जिससे आयत में कमी आई है. वहीँ कोयला खदानों में बारिश के मौसम में पानी भर जाने से खनन का प्रभावित हुआ है. कुछ राज्यों में बिजली कंपनियों पर भारी बकाया है. यह भी कहा गया है कि अर्थव्यवस्था में हो रहे सुधार के कारण बिजली की मांग में बहुत वृद्धि हुई है.