कांग्रेस पार्टी के लिए पंजाब का संकट कम होता नहीं दिख रहा,जबकि चुनाव में कुछ ही महीने बचे हैं. कांग्रेस छोड़ चुके पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और कद्दावर नेता कैप्टेन अमरिंदर सिंह जल्द ही नई पार्टी के गठन की घोषणा कर सकते हैं. मुख्यमंत्री पद से हटाए जाने के बाद से ही अमरिंदर सिंह पंजाब कांग्रेस और कांग्रेस हाईकमान के खिलाफ लगातार कुछ ना कुछ लिख और बोल रहे हैं.
हांलांकि कैप्टेन के नए दांव के निशाने पर भाजपा भी नज़र आ रही है. उन्होंने हाल ही में एक पोस्टर जारी किया है, जिससे भाजपा का सरदर्द बढ़ सकता है. पोस्टर में तीन नए कृषि क़ानून को काला क़ानून बताते हुए इसे वापस लेने की बात कही गई है. साथ ही यह भी कि कानून वापस होने के बाद ही भाजपा से कोई सियासी बातचीत की जाएगी. अनुभवी राजनीतिक पंडितों में इस बात की चर्चा है कि कैप्टेन का यह दांव नई पार्टी की जमीन तैयार करने में काफी मददगार साबित हो सका है.
साथ ही यह चर्चा भी जोर पकड़ रही है कि कैप्टेन अमरिंदर सिंह दीपावली के आसपास नई पार्टी के गठन की घोषणा कर सकते हैं. यह भी कहा जा रहा है कि पंजाब विधानसभा के 15 कांग्रेसी विधायक कैप्टेन के संपर्क में हैं. यह पंजाब कांग्रेस और राज्य सरकार के लिहाज़ से खतरे की घंटी मानी जा रही है. ऐसा दिख रहा है कि कैप्टेन पंजाब में कांग्रेस को संभलने का मौक़ा ही नहीं देना चाह रहे हैं.