हाल ही में राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने एक ट्वीट किया कि जो लोग लखीमपुर खीरी की घटना के बाद मान कर चल रहे हैं कि इससे कांग्रेस फिर से खड़ी हो जाएगी, उन्हें बहुत बड़ी निराशा हाथ लगने वाली है. किशोर ने कहा कि इस पुरानी पार्टी में जो संरचानत्मक कमजोरियां है, वह इनसे उबरे बिना उभर नहीं पाएगी.
पीके किए इस ट्वीट के बाद कांग्रेस और तृणमूल के नेता आमने-सामने आ गए हैं. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रशांत किशोर का नाम लिए बगैर एक तंज भरा ट्वीट किया. इसमें उन्होंने लिखा कि जो लोग कांग्रेस के नेताओं को रिझा कर एक ‘राष्ट्रीय विकल्प’ खोज रहे हैं, वो अपनी सीट तक नहीं जीत सकते. वो निराश हैं.
बघेल के इस ट्वीट को कोट करते हुए तृणमूल कांग्रेस के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से लिखा गया कि जो पहली बार सीएम बने हैं, उनके मुँह से बड़ी-बड़ी बातें निकल रही है. यह कांग्रेस हाईकमान को खुश करने की एक तुच्छ कोशिश है. तृणमूल ने पूछा कि क्या अमेठी में हुई ऐतिहासिक हार को मिटाने के लिए भी पार्टी किसी ट्विटर ट्रेंड का सहारा लेगी.