लखीमपुरी खीरी में चार किसानों समेत आठ लोग मारे गये. 3 अक्टूबर के हुई इस घटना के बाद 5 अक्टूबर को एक नया मोड़ आ गया. जब किसानों को कुचलते एक वीडियो सामने आया. इस वीडियो को पीलीभीत से भाजपा सांसद वरुण गांधी ने ट्वीट किया.
फिलहाल, उस वीडियो के सामने आने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने स्वतः संज्ञान लिया है. इस मामलें पर न्यायधीशों की खंडपीठ इस पर सुनवाई करेगी. सीजेआई एन वी रमाना के साथ खंडपीठ में न्यायमूर्ति सूर्यकांत और हेमा कोहली भी शामिल हैं.
उत्तर प्रदेश के दो वकीलों- शिव कुमार त्रिपाठी और सी एस पांड्या ने सीजेआई को पत्र लिखकर उच्चस्तरीय जांच की मांग है. जिसमें निर्दोष लोगों पर कोई कारवाई न हो. पत्र में इस घटना में शामिल मंत्री पुत्र के ऊपर करवाई की मांग की है.
पत्र में लिखा गया है- आंदोलनकारी किसान अपने विरोध में शांतिपूर्ण रहते हुए, संविधान के अनुच्छेद 21 के तहत आजीविका के लिए संघर्षरत कृषि समुडी के बेहतर बनाने के उचित सौदे की मांग कर रहे हैं.