आगामी 30 अक्टूबर को बिहार के तारापुर और कुशेश्वर स्थान सीट पर उपचुनाव होना है. ऐसा माना जा रहा है कि ये उपचुनाव बिहार की राजनीति को प्रभावित करने वाला है. सभी मुख्य दल प्रचार के लिए एड़ी-चोटी का जोड़ लगा रहे हैं. बुधवार को 6 साल के अंतराल के बाद आरजेडी सूप्रीमो लालू यादव की चुनावी सभा इन दोनों स्थानों पर हुई.
इस से पहले 2015 में बिहार विधानसभा के पहले लालू यादव ने जब चुनाव प्रचार में हिस्सा लिया था तब नीतीश कुमार की पार्टी जदयू के साथ उनका गठबंधन था.
राजद सूप्रीमो ने नीतीश कुमार को कई सवालों से घेरते हुआ कहा कि “मैं नीतीश का विसर्जन करने आया हूँ.” मौजूद सरकार पर महंगाई और रोजगार पर फेल होने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि बिहार में विकास का कोई काम नहीं हुआ है.
इस चुनावी सभा मे लालू यादव के समर्थकों की भारी भीड़ और उनमें भारी उत्साह भी देखने को मिला. हालांकि बीमारी और बढ़ती उम्र के कारण लालू यादव की आवाज अब पहले से धीमी हो गई है. एक लाइन में मजाकिया बातें कहने वाला अंदाज भी कम दिखा. लेकिन हमेशा की तरह लालू इस बार भी भीड़ की नब्ज पकड़ने में सफल रहे.
उन्होंने नीतीश कुमार पर पर आरोप लगाते हुए कहा कि नीतीश बापू के हत्यारों का जिंदाबाद कर रहे है. जाहीर है उनका इशारा संघ और भाजपा पार्टी की ओर था.
लालू यादव ने नीतीश कुमार के गोली मारने वाले बयान पर कहा कि “हम काहे गोली मारेंगे, तुम अपने मर जाओगे.”