पंजाब की सियासत मे पिछले महीने से ही उठा-पटक की स्थिति बनी हुई है. अब इसमें एक नया मोड़ आ गया है. पंजाब के गृहमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा ने अमरिंदर सिंह पर पाकिस्तान की जासूसी संस्था आईएसआई की एक कथित एजेंट को अपने घर में रखने के आरोप की जांच करवाने की बात कही है.
सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा कि “अमरिंदर सिंह कह रहे हैं कि पंजाब को आईएसआई से खतरा है इसलिए हम कैप्टन की महिला मित्र अरुशा आलम का आईएसआई से संबंधों की जांच करेंगें.”
अरुशा आलम
ज्ञात रहे कि पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री की करीबी माने जाने वाली अरुशा आलम पाकिस्तान की रक्षा पत्रकार है. अमरिंदर सिंह ने अपनी किताब में अरुशा से दोस्ती की बात कही है. पूर्व मुख्यमंत्री को महाराजा साहिब कह कर पुकारने वाली अरुशा का संबंध पाकिस्तान के राजनीतिक परिवार से है. 2004 में कैप्टन के पाकिस्तान यात्रा के दौरान भी अरुशा आलम से मुलाकात हुई थी.

पंजाब कांग्रेस में आरोप-प्रत्यारोप का दौर
दरअसल पिछले महीने ही पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह से कांग्रेस पार्टी ने इस्तीफा ले लिया था. जिसके बाद उन्होंने अपनी अलग पार्टी बना कर चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया और बीजेपी से गठबंधन की मंशा भी जाहीर कर दी थी.
दूसरी तरफ पंजाब में कांग्रेस के प्रमुख नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने भी पार्टी की नीतियों से असंतुष्ट होकर प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था. शुक्रवार को पार्टी ने पंजाब प्रभारी की बदली भी की थी. उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को हटाकर कांग्रेस ने राजस्थान के राजस्व मंत्री हरीश चौधरी को पंजाब प्रभारी बनाया है.
अब सवाल है कि कांग्रेस में इतनी अंदरूनी हलचल के बाद अमरिंदर सिंह पर इस तरह आरोप और जांच की बात कहीं उनकी बढ़ती सक्रियता पर नकेल कसने की कोशिश तो नहीं है?
ऐसे में अमरिंदर सिंह पर लगे आरोप सही सिद्ध होते है या नहीं? ये सवाल पंजाब की राजनीति के लिए बेहद अहम होगा.