बिहार में 17 फरवरी से मैट्रिक की परीक्षा शुरू हुई है. बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा आयोजित यह परीक्षा 24 फरवरी तक चलेगी. परीक्षा के दौरान जब परीक्षार्थियों के प्रवेश पत्र और परिचय पत्र की जांच की गई तो चौकाने वाला मामला सामने आया. परीक्षा दे रहे अभ्यर्थियों के परिचय पत्र और प्रवेशपत्र पर जन्मतिथि अलग-अलग दर्ज थी. जिसके बाद इन सभी को परीक्षा से निष्कासित कर दिया गया.
परीक्षा के दौरान पकड़े गए इन परीक्षार्थियों की उम्र 30 से 40 के बीच की बताई जा रही है. आमतौर पर 10वीं की परीक्षा देने वाले छात्रों की उम्र 16 से 18 के आसपास की होती है. पकड़ाए गए छात्रों की संख्या 17 है. इनमें से 11 परीक्षार्थी पटना जिला के बीएमपी-पांच उच्च माध्यमिक विद्यालय में शुक्रवार को प्रथम पाली में पकड़े गए जबकि मैट्रिक परीक्षा के पहले दिन यानी गुरुवार को ऐसे छह व्यक्ति पकड़े गये थे. पकड़े गए अभ्यर्थियों ने रामचंद्र विश्वकर्मा उच्च विद्यालय अछुआ पालीगंज से परीक्षा फॉर्म भरा था. मामले का खुलासा होने के बाद अब इस स्कूल में फॉर्म भरने वाले कर्मचारियों पर कार्यवाही की जाएगी.

आपको बता दें, मैट्रिक की परीक्षा के लिए राज्य भर में 1525 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं. बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की ओर से मिली जानकारी के अनुसार इस साल मैट्रिक परीक्षा में 16 लाख 48 हजार 894 परीक्षार्थी शामिल हो रहे हैं, जिसमें 8,06,705 छात्राएं और 8,42,189 छात्र शामिल हैं. यह 17 फरवरी से 24 फरवरी तक दो पालियों में आयोजित की गई है.