बिहार: एनटीपीसी परीक्षा में गड़बड़ी के आरोप में प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर लाठीचार्ज

देश भर में रेलवे एनटीपीसी की परीक्षा में धांधली को लेकर छात्रों का गुस्सा फुट पड़ा. राजधानी पटना और आरा में छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया. पटना में राजेन्द्र नगर टर्मिनल पर विद्यार्थियों ने तकरीबन 9 घंटे तक प्रदर्शन किया और ट्रेन परिचालन बाधित रहा.

पुलिस प्रशासन छात्रों के साथ बातचीत कर मामले को शांत कराने में पूरी तरह विफल रही. रात 8 बजे के बाद बिहार पुलिस ने छात्रों पर लाठीचार्ज शुरू कर दिया और आँसू गैस के गोले छोड़े.

सोशल मीडिया पर वायरल वीडियोज़ में स्पष्ट देखा जा सकता है कि पुलिस विद्यार्थियों को दौड़ा-दौड़ा कर मार रही है और गिरफ्तार कर रही है. पुलिस की तरफ से गालियां देने की आवाज भी सुनी जा सकती है और आँसू के गोले भी दागे जा रहे है.

क्या है पूरा मामला

रेलवे ग्रुप डी की परीक्षा के लिए नए नोटिफिकेशन में सीबीटी-2 की बात कही गई है. इसका अर्थ है कि ग्रुप डी के लिए पहले के नोटिफिकेशन में एक ही परीक्षा की बात थी लेकिन अब इसको दो कर दिया गया है. विद्यार्थी पहले के नोटिफिकेशन के आधार पर ही चयन प्रक्रिया की मांग कर रहे है.

विवेक कुमार नाम के ट्विटर यूजर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को टैग करते हुए लिखा है कि “प्रधानमंत्री @narendramodi_in जी, बात हमारे संविधान के आदर्शों की है, हमारी हक की लड़ाई की है 1- #RRBNTPC_1student_1result #RRBNTPC में 7 लाख यूनिक कैंडिडेट लेने होंगे 2- group d में cbt2 वापस लेना होगा #no_cbt_2_in_group_d @AshwiniVaishnaw छात्र आपका अन्याय कभी नहीं भूलेगा.”

ज्ञात रहे कि पिछले दिनों आरआरबी एनटीपीसी सीबीटी-1 के प्रारंभिक परीक्षा के रिजल्ट के बाद विद्यार्थी लगातार गड़बड़ी का आरोप लगा रहे हैं. रिजल्ट से नाराज विद्यार्थियों ने ट्विटर पर #RRBNTPC_1student_1result  का हैसटैग ट्रेंड कराया था. जिसकी कवरिंग क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय मीडिया तक ने की थी. इसके बावजूद भी सरकार या रेलवे ने अपना स्पष्ट पक्ष रखना जरूरी नहीं समझा.

35 हजार 208 पदों के लिए हुई इस परीक्षा में 75 लाख परीक्षार्थी शामिल हुए थे. जिसके प्रथम चरण के रिजल्ट में एक ही उम्मीदवार का चयन कई पदों के लिए कर लिया गया. इससे लाखों की संख्या में अभ्यर्थी बाहर हो गए.

छात्रों का आरोप है कि प्रारंभिक परीक्षा में साढ़े सात लाख विद्यार्थियों का चयन होना चाहिए था. लेकिन एनटीपीसी ने एक ही अभ्यर्थी का कई पदों के लिए चयन कर लिया जिससे ढाई लाख विद्यार्थियों का ही रिजल्ट आया. इसके विरोध में विद्यार्थियों द्वारा लगातार 1 स्टूडेंट 1 रिजल्ट की मांग कर रहे है. जिसका अर्थ है कि एक अभ्यर्थी का चयन एक पद के लिए ही हो ताकि प्रारंभिक परीक्षा के आगे की परीक्षाओं में अधिक विद्यार्थियों को मौका मिल सके.

पटना में रहकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले एक विद्यार्थी ने बातचीत में बताया कि नॉर्मलाईजेशन प्रोसेस के कारण भी बड़ी गड़बड़ी हुई है. इस प्रक्रिया में किसी अभ्यर्थी को ज्यादा तो किसी अभ्यर्थी को कम अंक दे दिया गया है.

पुलिस वाले आते-जाते पीट देते हैं विद्यार्थियों को

प्रमुख विपक्षी दल राजद की नेत्री रितु जायसवाल ने ऐसा ही एक विडिओ पोस्ट करते हुए लिखा है कि “सरकार तुम्हारी, रेलवे तुम्हारी, लाठी तुम्हारी, धांधली तुम्हारी, तानाशाही तुम्हारी. लेकिन इस बार इम्तिहान हमारा है. और अब एकता हमारी है. कैसे तोड़ पाओगे?”

इस विडिओ में देखा जा सकता है कि एक विद्यार्थी गिरगिराते हुए कह रहा है कि हमको छोड़ दीजिए हम कुछ नहीं किए है. एक पुलिस वाला उसे लाठी से मार रहा है. इतना ही नहीं वहाँ से आने-जाने वाले सभी पुलिस वाले उसकी पिटाई करते हुए निकल रहे है.

इतना ही नहीं कैमरे के पीछे से एक आवाज आ रही है जिसमें उस छात्र को गंदी गालियां दी जा रही है और कहा जा है कि मारिए इसको, लाठी से मारिए.

अभी तक इस मामले पर सरकार की तरफ से कोई स्पष्ट प्रतिक्रिया नहीं आई है. सरकार तो छोड़िए छात्रों के इस मुद्दे पर विपक्ष के बड़े नेताओं की प्रतिक्रिया ढूँढने पर भी नहीं मिल पा रही है.

हालांकि अमर उजाला ने रेल मंत्रालय के हवाले से उनका पक्ष छापा है लेकिन इस पक्ष से यही प्रतीत हो रहा है कि रेल मंत्रालय मूल समस्या पर बात ही नहीं करना चाहती.

रेल मंत्रालय ने अपनी सफाई में कहा है कि “यह कहीं भी उल्लेख नहीं किया गया था कि दूसरे चरण की कंप्यूटर आधारित परीक्षा (सीबीटी 2) के लिए सात लाख अलग-अलग उम्मीदवारों का चयन किया जाएगा. बयान में कहा गया है कि दूसरे चरण में पांच अलग-अलग स्तरों की कंप्यूटर आधारित परीक्षा (सीबीटी) होती है और इसमें एक उम्मीदवार को पात्रता, योग्यता और विकल्प के अनुसार एक से अधिक स्तरों के लिए चयनित किया जा सकता है। इसलिए सात लाख रोल नंबरों की सूची में कुछ नाम एक से अधिक सूची में दिखाई देंगे.”

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शिक्षकों पर कार्रवाई की तैयारी में जिला प्रशासन

प्रदर्शन कर रहे विद्यार्थियों की पिटाई और गिरफ्तारी के बाद अब जिला प्रशासन उन शिक्षकों को चिन्हित कर कार्रवाई की तैयारी कर रही है जो इस कैम्पैन को चला रहे थे.

दैनिक भास्कर के पटना संस्करण ने जिला प्रशासन के हवाले से लिखा है कि उन कोचिंग संस्थानों और शिक्षकों की पहचान की जा रही है, जिनके मार्गदर्शन में ये विरोध प्रदर्शन किया गया. प्रशासन अब ऐसे संस्थानों और शिक्षकों की पहचान कर उन पर कार्रवाई की तैयारी कर रही है.

आरा में भी हुआ विरोध-प्रदर्शन

राजधानी पटना के साथ देश के कई इलाकों में रेलवे के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन हुआ. आरा जंक्शन पर छात्रों ने घंटों तक प्रदर्शन किया.

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