बिहार के मधुबनी जिले में अस्पतालों व नर्सिंग होम का पर्दाफाश करने वाले पत्रकार बुद्धिनाथ झा के हत्याकांड मा मले में कई नए पहलू सामने लाए गए हैं. इस केस में बहुत सारे नए खुलासे किए जा रहे हैं.
बेनीपट्ट्टी में आज विरोध प्रदर्शन किया गया और सर्व दलीय बैठक में सरकार के सामने मांग पत्र पेश किया गया है मांग पत्र में निम्नलिखित प्वाइंट्स दिए गए.
बुद्धिनाथ झा उर्फ अविनाश के अपहरण एवं नृशंश हत्या से संबंधित मांग पत्र:
- अविनाश के हत्या का उच्चस्तरीय जाँच कर स्पीडी ट्रायल के द्वारा दोषी को कठोर सजा दिया जाए.
- मधुबनी के आरक्षी अधीक्षक के गलत बयानी पर सार्वजनिक माफीनामा या बर्खास्तगी हो.
- मृतक के परिवार को एक करोड़ रूपए मुआवजा एवं परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दिया जाए.
- फर्जी नर्सिंग होम को अविलंब बंद कर संचालक पर मुकदमा दर्ज किया जाए.
- थाना (बेनीपट्टी) के निकट हनुमान मंदिर के बगल में अविनाश का आदमकद प्रतिमा स्थापित किया जाए.
- पत्रकार सहित आम जनता के सुरक्षा का गारंटी किया जाए.
- 72 घंटा के भीतर उपरोक्त सभी मांगों पर यथोचित कार्रवाई की जाए, अन्यथा हमलोग चरणबद्ध आंदोलन के लिए मजबूर होंगे, जिसकी सारी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी.
हत्या की स्पष्ट वजह बताते हुए एक वीडियो भी फ़ेसबुक पर जारी की गई है. यह एक पुरानी वीडियो है जिसमें बुद्धिनाथ फर्जी अस्पतालों में लोगों पर हो रहे जुर्म, अन्याय व भ्रष्टाचार के बारे में बात करते हुए दिख रहे थे और इन अपराधों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं किए जाने पर सवाल उठाते हुए दिख रहे हैं.
उनके द्वारा इस वीडियों में कई दस्तावेज भी सामने लाए जा रहे हैं, जिससे यह प्रतीत हो रहा है कि कई ऐसे अस्पताल व नर्सिंग होम, जो बंद भी कर दिए गए थे उन्हें वापस खोल दिया गया था. गैर-मानक होने के कारण बेनीपट्टी के एक नहीं बहुत सारे अस्पतालों को बंद किया गया था. वे ऐसे ऐसे अस्पतालों का ज़िक्र करते हुए नज़र आए, जो कथित तौर पर मरीजों को मारने में माहिर थे.
यहाँ तक कि कुछ डॉक्टरों का नाम भी उनके द्वारा लिया जा रहा था, जो कि अस्पतालों में नियुक्त थे ही नहीं, और उनके दस्तखत मरीजों के मृत्यु पत्रों में दिए हुए थे. बुद्धिनाथ झा जनता से यह भी अपील कर रहे थे कि फर्जी अस्पतालों से, जो कि दो दर्जन से ज्यादा कि संख्या में बेनीपट्टी में डेरा जमाए हुए हैं, उनसे बच के रहें. उन्होंने यह भी खुलासा किया 12 जुलाई 2019 को उन्हें गोली मारने की धमकी किसी के द्वारा दी गई थी.
बुद्धिनाथ इन अस्पतालों की पोल खोलने के लिए काफी समर्पित थे. उन्होंने यह तक कहा कि जब तक उनकी जान बची रहेगी, तब तक वे इनकी पोल खोलते रहेंगे. यह वीडियो सब कुछ स्पष्ट कर देती है कि बुद्धिनाथ की हत्या किन कारणों से की गई है मगर यह बात स्पष्ट नहीं है की हत्या किन लोगों द्वारा की गई है.
पुलिस ने इस मामले में कुछ और संदिग्ध लोगों को हिरासत में लिया है जिनपर बुद्धिनाथ की हत्या का संदेह है.