देश में अपराध के मामले में बिहार 25वें स्थान पर आ चुका है. राज्य पुलिस मुख्यालय द्वारा जारी किए आंकड़ों के अनुसार सभी राज्यों एवं केन्द्र शासित प्रदेशों के अपराध की तुलना में बिहार का 25वां स्थान है. वहीं हत्या जैसे गंभीर अपराध के मामले में राष्ट्रीय स्तर पर बिहार का स्थान आठवां है.
राज्य पुलिस मुख्यालय द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार हत्या के मामले में राष्ट्रीय स्तर पर बिहार का 8वां स्थान है. इस साल नवंबर माह तक कुल 2607 हत्या के मामले दर्ज किए जा चुके हैं. इतनी बड़ी संख्या में हत्या के मामलों का दर्ज होना राज्य के लिए चिंता का विषय है. वहीं मुख्यालय के अनुसार डकैती के मामले में बिहार 11वें स्थान पर है. वर्ष 2021 में नवंबर तक 239 डकैती के मामले दर्ज किए जा चुके हैं. वहीं लूट-पाट के मामले में बिहार का स्थान 13वां है.
बिहार में फिरौती और अपहरण के मामलें भी खूब खुलकर सामने आए हैं. फिरौती और अपहरण के मामलों में बिहार 12वें स्थान पर है. वहीं महिला अपराध के मामले में बिहार 29वें स्थान को प्राप्त कर चुका है. इस साल नवंबर महीने तक राज्य में बलात्कार के 1338 मामले दर किए जा चुके हैं.
बात अनुसूचित जाती एवं जनजाति अत्याचार की करें तो अनुसूचित जाती एवं जनजाति अत्याचार अधिनियम शीर्ष में राष्ट्रीय औसत अपराध दर 25 है. इस शीर्ष में वर्ष 2020 में 44.5 अपराध दर के साथ बिहार का स्थान तीसरा है. वहीं दंगे के मामले में बिहार कुछ राज्यों से बेहतर है. मगर स्थिति संतोषजनक नहीं है. वर्ष 2019 में दंगा संबंधित 6797 मामले दर्ज किए गए थे और इस वर्ष नवंबर तक 5801 मामले दर्ज किए गए हैं.