बिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन आज मंगलवार को सदन में बीजेपी विधायक संजय सरावगी ने भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाते हुए नीतीश सरकार की मुश्किलें बढ़ा दी है. विधानमंडल में बीजेपी विधायक संजय सरावगी ने ग्रामीण कार्य विभाग के अभियंता अनिल कुमार की गाड़ी और घर से 67 लाख रुपये मिलने के बाद भी अभियंता को निलंबित नहीं किये जाने का मामला उठाया.
सदन में बीजेपी विधायक सरावगी ने कहा कि अभियंता के घर और उनके ठिकानों पर छापेमारी होने के बाद 67 लाख रूपये बरामद हुआ. अयोग्य होने के बावजूद वे दो माह तक पद पर बने रहे क्योंकि अभियंता की ऊपर तक पहुंच थी, इस वजह से कोई कार्रवाई नहीं की गई. इस सवाल पर जदयू नेता और ग्रामीण कार्य मंत्री जयंत राज ने कहा कि अभियंता चिकित्सीय अवकाश पर थे. अभियंता के खिलाफ विभागीय कार्यवाही शुरू की गई है. रिपोर्ट मिलने के बाद कड़ी कार्रवाई होगी.
यह जवाब आते ही सदन मे हंगामा शुरू हो गया. अध्यक्ष विजय सिन्हा भी ग्रामीण कार्य मंत्री जयंत राज के सफाई पर हैरान हो गए. जवाब सुनते ही अध्यक्ष विजय सिन्हा ने कहा कि आप तुरंत उस अधिकारी पर कार्रवाई करें. जब राशि मिली है तो कार्रवाई होनी चाहिये थी. अध्यक्ष ने सदन के सदस्यों की भावना को अवगत कराते हुए नियमन दे दिया कि सदन की संयुक्त कमिटि पूरे मामले की जांच करेगी. तब जाकर सदन में हंगामा शांत हुआ.
आपको बात दें, 28 अगस्त कि घटना के अनुसार ग्रामीण कार्य विभाग के अभियंता अनिल कुमार के ठिकाने से छापेमारी के दौरान 49 लाख रुपये और बरामद हुए थे. साथ ही उसके स्कार्पियो से 18 लाख रुपये मिले थे. इस तरह सरकारी अधिकारी की गाड़ी से कुल बरामद राशि 67 लाख रुपये हुई. जिसके बाद भी वे अगले दो महीने तक पद पर बने रहे. इसी मुद्दे को उठाते हुए आज सदन में बीजेपी विधायक संजय सरावगी सवाल उठाए.