पाँच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव 2022 के बीच एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स-एडीआर नामक संस्था ने अपनी एक रिपोर्ट पेश की है. चुनावी और राजनीतिक सुधारों के क्षेत्र में काम करने वाली इस संस्था के रिपोर्ट में राजनीतिक दलों के पास एकत्रित धन का विवरण है. इस रिपोर्ट के अनुसार भारतीय जनता पार्टी यानी भाजपा के पास सबसे अधिक संपत्ति है. इसके बाद बसपा और कांग्रेस क्रमशः दूसरे और तीसरे नंबर पर है.
शुक्रवार शाम को जारी एडीआर की इस रिपोर्ट के अनुसार सात राष्ट्रीय और 44 क्षेत्रीय दलों द्वारा घोषित कुल संपत्ति क्रमशः 6,988.57 करोड़ रुपये और 2,129.38 करोड़ रुपये है. इसमे से भाजपा के पास 4,847.78 करोड़ रुपये की घोषित संपत्ति है. जो देश की अन्य सभी राजनीतिक दलों के बीच सबसे अधिक है. इसके बाद दूसरे नंबर पर मायावती की बसपा है. बासपा के पास 698.33 करोड़ रुपये की संपत्ति है. इस लिस्ट में तीसरे नंबर पर 588.16 करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ कांग्रेस है.

शीर्ष 10 दलों की हिस्सेदारी 95 फीसदी से ज्यादा
एडीआर ने साल 2019-20 में ससर राष्ट्रीय और 44 क्षेत्रीय दलों की संपत्ति और देनदारियों के अपने विश्लेषण के आधार पर यह रिपोर्ट तैयार की है. रिपोर्ट के मुताबिक क्षेत्रीय दलों में सबसे अधिक संपत्ति समाजवादी पार्टी के पास है. समाजवादी पार्टी के पास 563.47 करोड़ रुपये की सम्पति है. दूसरे नम्बर पर 301.47 करोड़ की सम्पति तेलंगाना राष्ट्र समिति-टीआरएस के पास है. जबकि तीसरे स्थान पर 267.61 करोड़ की सम्पति अन्नाद्रमुक-एआईडीएमके के पास है.

देश के सात राष्ट्रीय दलों की कुल संपत्ति में अकेले भाजपा की हिस्सेदारी 69.37 प्रतिशत है. जबकि बसपा की 9.99 और कांग्रेस की 8.42 प्रतिशत बताई गई. बात अग क्षेत्रीय दलों की करें तो 44 दलों में से शीर्ष 10 राजनीतिक दलों की संपत्ति 2028.715 करोड़ है. यह सभी क्षेत्रीय दलों का 95.27 प्रतिशत है.
इस रिपोर्ट के अनुसार फिक्स्ड डिपोजिट श्रेणी के मामले में भी बीजेपी सबसे अमीर पार्टी है. बीजेपी ने 3,253.00 करोड़ रुपये की संपत्ति घोषित की तो वहीं दूसरे नंबर पर बसपा का नाम है. बसपा के पास 618.86 करोड़ की संपत्ति है. फिक्स्ड डिपोजिट श्रेणी के क्षेत्रीय दलों में सपा द्वारा 434.219 करोड़ घोषित किए गए हैं. टीआरएस के पास 256.01 करोड़ जबकि शिवसेना के पास 148.46 करोड़ की संपत्ति है.