आज संसद में बजट सत्र का आगाज राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण से हुआ. राष्ट्रपति ने देश के वीरों को नमन करके अपनी बात शुरू की. आज इसी सत्र में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आर्थिक सर्वेक्षण पेश करेंगी. अपने भाषण में राष्ट्रपति कोविंद ने सरकार की उपलब्धियां गिनाईं. राष्ट्रपति कोविंद ने देश की सुरक्षा, अर्थव्यवस्था पर बात की. आइये जानते हैं राष्ट्रपति ने अपने भाषण में क्या-क्या कहा.
कोरोना टीकाकरण का जिक्र करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि कोरोना ने मुश्किलें बढ़ाईं बावजूद इसके भारत सबसे ज्यादा वैक्सीनेशन वाले देशों में से एक है. उन्होंने बताया कि कोरोना की तीसरी डोज और युवाओं को टीका भी दिया जा रहा है. सरकार भविष्य की तैयारियों में जुटी है. इसलिए 64 हजार करोड़ रुपये से आयुष्मान भारत हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया गया है.

बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के वाक्यों को दुहराते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि बाबा साहेब ने कहा था कि मेरा आदर्श ऐसा समाज होगा जो स्वाधीनता, भाईचारे पर आधारित होगा. बाबा साहेब के शब्दों को सरकार ध्येय वाक्य मानती है. पद्म पुरस्कारों की जो लिस्ट आई उसमें यह दिखाई पड़ता है.
सरकार के द्वारा गरीबों के लिए जा रहे काम के संबंध में राष्ट्रपति ने कहा कि सरकार गरीब की गरिमा बढ़ाने का काम कर रही है. 2 करोड़ से अधिक पक्के घर गरीबों को मिले हैं. आवास योजना के तहत 1 करोड़ से ज्यादा घर स्वीकृत किए गए. पेय जल की व्यवस्था हुई, जिससे महिलाओं को राहत मिली, स्वामित्व योजना ये घर के कागज मिले, जिससे विवाद कम हुए.
किसानों के बारे में बताते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि किसानों की आय के नए जरिए तैयार किए जा रहे हैं. कृषि से जुड़े निर्यात में रिकॉर्ड बढ़ोतरी हुई है. किसान रेल से किसानों को फायदा हुआ. कोरोना काल में 1900 से ज्यादा किसान रेल चली. यह दिखाता है कि सोच नई हो तो पुराने संसाधन भी काम आ सकते हैं. सरकार आर्गेनिक खेती जैसे प्रयास भी कर रही है. सरकार बारिश के जल को बचाने के लिए भी कदम उठा रही है. अटल भू जल योजना से 64 लाख हेक्टेयर सिंचाई क्षमता विकसित की गई है.

महिला सशक्तिकरण के मुद्दे को उठाते हुए रक्षपाती ने बताया कि महिला सशक्तिकरण की तरफ सरकार का खास ध्यान है. लड़कियों की शादी की उम्र लड़कों के बराबर होगी. सैनिक स्कूलों में अब लड़कियों का भी नामांकन होता है. तीन तलाक को खत्म किया गया. मुस्लिम महिलाओं पर केवल मेहरम के साथ ही हज यात्रा करने जैसे प्रतिबंधों को भी हटाया गया है.
राष्ट्रपति ने अपने भाषण में कहा कि भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 630 बिलियन डॉलर है. भारत में विदेशी निवेश तेजी से बढ़ रहा है. निर्यात भी तेजी से बढ़ रहा है. इस वित्त वर्ष के पहले 7 महीनों में 48 बिलियन डॉलर का विदेशी निवेश आना, इसका प्रमाण है कि अंतरराष्ट्रीय निवेशक भारत के विकास को लेकर आश्वस्त हैं.

रक्षा क्षेत्र में मेक इन इंडिया को ज्यादा से ज्यादा प्रमोट किए जाने की बात भी राष्ट्रपति ने कही. उन्होंने कहा, “रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता पर सरकार का खास ध्यान है. 2020-21 में 87 फीसदी उत्पादों में मेक इन इंडिया को प्राथमिकता दी गई. 209 ऐसे सामानों की सूचि जारी की, जिनको विदेश से नहीं खरीदा जाएगा.”
नॉर्थ ईस्ट राज्यों की तरफ सरकार द्वारा किए जा रहे कार्यों के बारे में भी राष्ट्रपति ने अपने भाषण में बात की. राष्ट्रपति ने बताया कि नॉर्थ ईस्ट के सभी राज्यों में विकास के काम जारी हैं. वहां बुनियादी सुविधाएं पहुंचाई जा रही हैं, जिसमें रेल लाइन भी शामिल है. जम्मू कश्मीर के लोगों को भी रोजगार के अवसर दिए जा रहे हैं.
अपने भाषण को अंतिम रूप देते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि राष्ट्रपति बोले कि वर्ष 2047 में देश आज़ादी की शताब्दी पूरी करेगा. उस समय के भव्य, आधुनिक, विकसित भारत के लिए हमें आज कड़ी मेहनत करनी है. हमें अपने परिश्रम को पराकाष्ठा तक लेकर जाना है और यह सुनिश्चित करना है कि इसके लाभकारी परिणाम निकलें. इसमें हम सबकी समान भागीदारी है. संसद के दोनों सदनों में राष्ट्रपति के अभिभाषण के बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण देश की आर्थिक हालत बताने वाला इकोनॉमिक सर्वे पेश करेंगी.