बिहार में बजट सत्र शुरू होने जा रहा है, जो कि 25 फरवरी से 31 मार्च तक चलेगा. सत्र की शुरुआत राज्यपाल फागू चौहान के अभिभाषण से होगी. इस दौरान विधानसभा और विधान परिषद के सभी सदस्य एक साथ सभागार में मौजूद रहेंगे. 31 मार्च तक चलने वाले इस बजट सत्र में कुल 22 बैठक होनी हैं. 28 फरवरी को पेश होने वाले इस बजट में बिहार की डिजिटल झलक देखने को मिलेगी. पूरे बहस में डिजिटलीकरण पर जोर रहेगा.
जानकारी के मुताबिक कोरोना की तीसरी लहर और ओमिक्रॉन के प्रहार से प्रदेश ज्यादा प्रभावित नहीं हुआ है. बजट इस साल 2.40 लाख करोड़ रुपये होने का अनुमान लगाया जा रहा है. बताया जा रहा है कि पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले इस वर्ष बजट में 10 फीसदी के करीब वृद्धि होने के आसार हैं यानी कि 22 से 24 हजार करोड़ की वृद्धि होने की संभावना जताई जा रही है.
प्रदेश में पेश होने वाले बजट में इस बार शिक्षा का डिजिटल रूप देखने को मिल सकता है. अनुमान लगाया जा रहा है कि स्कूल में 6वीं कक्षा और उससे ऊपर की कक्षाओं के छात्रों को कंप्यूटर शिक्षा और ट्रेनिंग पर जोर दिया जाएगा. इस बजट पर केंद्र सरकार की गति शक्ति योजना का भी प्रभाव दिखने वाला है और इसी आधार पर नई परियोजनाएं लेने की तैयारी है.