मुजफ्फरपुर के आई हॉस्पिटल में बड़ा हादसा हुआ है. बीते 22 नवंबर को मुजफ्फरपुर के जूरन छपरा स्थित आई हॉस्पिटल में 65 लोगों की मोतियाबिंद की सर्जरी हुई थी. उन 65 लोगों में से 12 लोगों की आँखें निकाली जा चुकी है और सभी 65 लोगों की रौशनी जा चुकी है. हालात इतने गंभीर है कि सभी 65 लोगों की आँखें निकालने की नौबत आ गई है.
मामले की गंभीरता को देखते हुए बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने इस मामले में जांच के आदेश दिए है. अधिकारियों ने तीन सदस्यी टीम बनाई है.
अभी तक मिली जानकारी के अनुसार ऑपरेशन के लिए कान्ट्रैक्ट पर डॉ एनडी तिवारी को बुलाया गया था. सूचना के अनुसार उन्होंने इससे पहले आई हॉस्पिटल में कोई सर्जरी नहीं की थी. घटना के दिन से 27 नवंबर तक एनडी तिवारी लगातार आई हॉस्पिटल में सर्जरी करते रहे.
बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने इस मुद्दे पर सरकार को घेरते हुए ट्वीट किया है. उन्होंने लिखा है कि “देश की सबसे बदहाल और फिसड्डी बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्था का एक नजारा देखिए. मुजफ्फरपुर में 65 लोगों की आँखों का ऑपरेशन किया गया, 1 ही टेबल पर सबका ऑपरेशन, रोशनी तो दूर की बात, सभी की आँखें निकालनी पड़ी. मुख्यमंत्री जी और भाजपाई स्वास्थ्य मंत्री को जनता कोई लेना-देना नहीं.”