कांग्रेस आलाकमान और जी- 23 नेताओं में फिर टकराहट सामने आई है. वरिष्ठ नेता अश्विनी कुमार के पार्टी छोड़ने के बाद जी-23 के नेताओं ने एक बार फिर कांग्रेस आलाकमान को नसीहत दी है. पूर्व कानून मंत्री के कांग्रेस से अलग होने पर गुलाम नबी आजाद और आनंद शर्मा समेत कई वरिष्ठ नेताओं ने दुख जताया. उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस पार्टी के लिए अच्छा नहीं है. हालांकि कांग्रेस की तरफ से कोई बयान अब तक नहीं आया है.
गुलाम नबी आजाद ने कहा कि एक के बाद एक नेता पार्टी छोड़ रहा है और यह चिंता का विषय है. आजाद, राज्यसभा में कांग्रेस के डिप्टी लीडर आनंद शर्मा, लोकसभा सांसद मनीष तिवारी ने कहा कि इस समय पार्टी को आत्ममंथन करने की जरूरत है. ऐसे में क्या यह कहना वाजिब होगा कि जी-23 के इन नेताओं से आलाकमान की टकराहट गंभीरता से आगे बढ़ रही है.
राहुल गाँधी जिस तरह से नई टीम लेकर चल रहे हैं ऐसे में इन पुराने नेताओं से किनारा किया जा रहा है? या सोनिया गाँधी के लिए भी इनसब का कोई मतलब नहीं. क्या यह पंजाब चुनाव या दूसरे चुनावों पर कोई असर डालेगा? राहुल गाँधी के नए कांग्रेस से ना आ रही कोई टिपण्णी किस तरफ इशारा करते हैं?