बिहार में कोरोना का प्रकोप फिर बढ़ रहा है. बिहार में बुधवार को एक साथ 17 नए मरीज कोरोना पॉजिटिव मिले. इनमें से 11 मरीज अकेले राजधानी पटना के हैं.
इससे भी बड़ी चिंता की बात ये है कि इनमें से दो लोग ब्रिटेन और दक्षिण अफ्रीका से लौटे हैं. वही ओमिक्रॉन को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि बिहार में नाइट कर्फ्यू की जरूरत नही है.
ज्ञात रहे कि पटना में शुक्रवार को छह कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं. इसमें एक 17 वर्षीय किशोर है, जो यूके से आया है. वह गुरुवार को पटना एयरपोर्ट पहुंचा था, जहां उसकी कोरोना वायरस जांच की गयी थी. आरटीपीसीआर से हुई जांच में शुक्रवार को वह पॉजिटिव पाया गया है. अब उसके सैंपल को जिनोम सिक्वेंसिंग लैब में जांच के लिए आइजीआइएमएस भेजा जायेगा.
आइजीआइएमएस में जांच की जायेगी कि कहीं उसमें कोरोना के नये वैरिएंट ओमिक्रॉन का संक्रमण तो नहीं है. सिविल सर्जन कार्यालय ने किशोर को अभी दूसरे लोगों से अलग कोरेंटिन में रहने का निर्देश दिया है. सिविल सर्जन डॉ विभा कुमारी ने शुक्रवार को बताया कि जिले में रोजाना पांच हजार से ज्यादा सैंपलों की जांच की जा रही है.
पटना के महावीर मंदिर में भी बिना मास्क के एंट्री नही होगी क्योंकि वहाँ भक्तो की भीड़ बहुत लगती है. इसी को ध्यान में रखते हुए प्रशासन के द्वारा ये सख्त फैसला लिया गया है.
पटना में ही नही बल्कि बिहार के सभी क्षेत्रों में लोग लापरवाही दिखा रहे है. कोराना के मामले भी लगातार बढ़ते जा रहे है. इसी बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का कहना कि बिहार में कोई कर्फ्यू लगाने की जरूरत नहीं है कई सवाल खड़े करता है.