दक्षिण अफ्रीका में मिले कोरोना वायरस के ओमिक्रोन वैरिएंट ने एक बार फिर चिंता बढ़ा दी है.
साउथ अफ्रीका में पाए गए ओमिक्रोन वेरिएंट ने दुनियाभर में एक भय का माहोल बना दिया है. अबतक करीब 47 देशों तक ओमिक्रोन पहुँच चुका है. जनता के मन में इस वायरस के स्प्रेड और इससे उत्पन्न होने वाले भयावह परिस्थिति के बारे में सोचकर काफी डर बैठ गया है. विशेषज्ञों के अनुसार यह डेल्टा से 10 गुना तेजी से फैलता है. अब धीरे-धीरे यह वायरस अपना पाव पसारते हुए भारत में भी आ चुका है. भारत में भी ओमिक्रोन के अबतक 23 मामले सामने आ चुके हैं. भारत में कोविशील्ड वैक्सीन का निर्माण करने वाली ऑक्सफोर्ड/एस्ट्राजेनेका के विशेषज्ञों ने आगामी खतरे को लेकर चेताया है. ऑक्सफोर्ड की प्रोफेसर सारा गिल्बर्ट ने कहा है, ओमिक्रोन वैरिएंट का प्रभाव इतना अधिक हो सकता है कि कोरोना के टीके भी इस पर कम प्रभावी हो सकते हैं.
ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के जेनर इंस्टीट्यूट में वैक्सीनोलॉजी की प्रोफेसर सारा गिल्बर्ट ने चेतावनी देते हुए कहा है कि ओमिक्रोन का प्रसार लगातार तीव्र गति से बढ़ रहा है. इसे हल्के में लेना कतई समझदारी नहीं होगी. यह पहले के वैरिएंट की तुलना में ज्यादा घातक और संक्रामक हो सकता है. उन्होंने कहा कि ओमिक्रोन का प्रभाव इतना ज्यादा भी हो सकता है की उसपर वैक्सीन का भी असर कम हो.
प्रो. गिल्बर्ट के अनुसार वायरस के लगातार म्यूटेट होने कि वजह से वायरस और अधिक शक्तिशाली होते जाता है. इस वजह से टीकों से बनी एंटीबॉडी भी इसके फैलाव को रोकने में बेअसर साबित हो सकती है. जब तक इसकी रोकथाम का उपाय नहीं मिल जाता है तबतक हमें सतर्क रहना होगा. इससे बचाव बेहद जरूरी है. इस पर लगातार काम किया जाना चाहिए.
भारत में ओमिक्रोन का प्रभाव
आपको बात दें, भारत में अबतक ओमिक्रोन के 23 मामले सामने आ चुके हैं. 2 दिसंबर को देश में ओमिक्रोन का पहला केस आया था और 7 दिसंबर तक इस वैरिएंट के 23 मरीज हो चुके हैं. रविवार को एक दिन में ओमिक्रोन के 17 नए मरीज मिले. राजस्थान के जयपुर में 9, महाराष्ट्र में 7 और राजधानी दिल्ली में 1 मरीज ओमिक्रोन से संक्रमित मिला. अब तक ओमिक्रोन वैरिएंट राजधानी दिल्ली समेत 5 राज्यों में फैल चुका है. सबसे ज्यादा 9 मरीज राजस्थान में, 8 मरीज महाराष्ट्र में, 2 कर्नाटक में, दिल्ली और गुजरात में 1-1 मरीज सामने आ चुके हैं. सोमवार को महाराष्ट्र में ओमिक्रोन के 2 और केस मिले. राहत की बात ये है कि अभी तक ओमिक्रोन संक्रमितों में से किसी की मौत नहीं हुई है और ज्यादातर में लक्षण भी बहुत हल्के ही दिख रहे हैं.
क्या लग सकता है लॉकडाउन ?
तेजी से फैल रहे ओमिक्रोन के चलते फिर से लॉकडाउन लगने का डर भी सताने लगा है. दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बताया कि फिलहाल लॉकडाउन की संभावना नहीं है. जब दिल्ली में संक्रमण दर 0.50% पहुंच जाएगी तो पहले लेवल की पाबंदियां लगा दी जाएंगी. उन्होंने बताया कि जब पॉजिटिविटी रेट 1% होगा तो दूसरे लेवल की, 2% होने पर तीसरे लेवल की और 5% पहुंचने पर ‘रेड लेवल’ की पाबंदियां लगा दी जाएंगी. जानकारी के लिए बात दें, पिछली बार जब 14-15% संक्रमण दर पहुंची थी तब रेड लेवल लगाया गया था
ओमिक्रोन के बढ़ते खतरे के बीच भारत सरकार ने बताया है कि 13 देशों से आने वाले यात्रियों पर कुछ पाबंदियां लगाई गई हैं. उनकी टेस्टिंग भी की जाएगी और क्वारंटीन भी होना पड़ेगा. ये सभी एट रिस्क वाले देश हैं- यूके, दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील, हांगकांग, चीन, घाना, न्यूजीलैंड, मॉरिशियस, जिम्बाव्वे, सिंगापुर, बोट्सवाना और इजराइल.