कोविड-19 के बाद मांग में बढ़ोतरी के कारण उम्मीद किया जा रहा है कि कॉटन ईयर 2021-22 में कपास की कीमत न्यूनतम समर्थन मूल्य से ऊपर रहेगी.
इकनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक कपड़ा मंत्रालय के सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम, सीसीआई के अध्यक्ष प्रदीप अग्रवाल ने कहा है कि “2019-20 और 2020-21 सीज़न के दौरान, भारतीय कपास निगम (CCI) ने कुल 55,000 करोड़ रुपये खर्च किए और 2 करोड़ 7 लाख गांठें खरीदीं. चूंकि कपास की कीमतें वर्तमान में एमएसपी से लगभग 30% से 40% अधिक हैं, इसलिए 2021-22 के दौरान हमारे हस्तक्षेप की आवश्यकता नहीं होगी।”
2021-22 के लिए लॉन्ग स्टेपल कॉटन का एमएसपी 6025 रुपये प्रति क्विंटल है।