दिल्ली बीजेपी के प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने कंगना रनौत के “2014 में आजादी मिलने” वाले बयान को स्वतंत्रता सेनानियों को अपमान बताकर कंगना पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने कहा कि यह बेहद शर्मनाक और देश के स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान का अपमान करने वाला बयान है.
हाल ही में कंगना का एक विवादित वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है जिसमें वो 1947 में मिली आजादी को भीख बताती है. उन्होंने कहा कि
“भारत को 1947 में भीख मिली थी. वो आजादी नहीं थी बल्कि असली आजादी तो भारत को 2014 में मिली है”.
2014 में नरेंद्र मोदी ने लोकसभा चुनाव जीतकर केंद्र में अपनी सरकार बनाई थी, कंगना इसे ही असली आज़ादी बता रही थी.
उनके इस बयान की हर तरफ काफी आलोचना हो रही है. प्रवीण शंकर ने अपने ट्वीट में लिखा कि “एक स्वतंत्रता सेनानी पिता का पुत्र होने एवं स्वतंत्रता सेनानियों के परिवार से आने के कारण कंगना रनौत के द्वारा भारत की आजादी को भीख में मिली आजादी कहना मुझे आजादी का सबसे बड़ा दुरुपयोग एवं स्वतंत्रता सेनानियों के त्याग का अपमान लगता है”. उन्होंने आगे लिखा कि कास! भारत की न्याय व्यवस्था इस पर संज्ञान ले.
इसके पहले बीजेपी के सदस्य वरुण गांधी ने भी कंगना के इस बयान की आलोचना की है. इसके साथ ही कांग्रेस ने भी इसे स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान बता कंगना से पद्म श्री अवॉर्ड वापस लेने की मांग की है. कांग्रेस प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने इसे अपमान जनक बयान बताकर कंगना से पद्म श्री वापस लेने की मांग की और साथ ही में यह भी कहा कि अगर बीजेपी सरकार उनसे पद्म श्री वापस नहीं लेती है तो इसका मतलब बीजेपी ऐसे लोगों को बढ़ावा दे रही है.