दिल्ली की हवा एक दिन बाद फिर ज़हरीली हो गई गई है. बुधवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक बढ़कर 361 तक पहुंच गई है. यह मंगलवार को 300 के नीचे आ गया था. इस वजह से अब दिल्ली के अधिकांश इलाकों की हवा “गंभीर” श्रेणी में है. हवा के रुख में बदलाव से दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण की स्थिति फिर से ख़राब हो गई है.
मंगलवार को प्रदूषण के स्तर में कमी आते देख दिल्ली सरकार ने प्रतिबंधों में थोड़ी ढील दी थी. सोमवार से स्कूल-कॉलेज खुल रहे हैं मगर उससे पहले एयर क्वालिटी फिर ‘बेहद खराब’ हो गई है. गुरुवार को दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद समेत एनसीआर के ज्यादातर इलाकों की हवा ‘बेहद खराब’, ‘गंभीर’ कैटिगरी में पहुंच गई. हालात देखते हुए दिल्ली सरकार ने फिर से कंस्ट्रक्शन पर बैन लगा दिया है. अगले 2 दिनों तक स्थानीय स्तर पर चलने वाली हवाओं की रफ्तार कम होने और पारा लुढ़कने के साथ राहत के आसार नहीं हैं. ऐसे में हवा का स्तर बहुत खराब के उच्चतम श्रेणी में पहुंच सकता है.
मंगलवार को प्रदूषण का स्तर 300 से भी नीचे जाने से लगा था, पीएम 2.5 के स्तर में पराली के धुएं की हिस्सेदारी घटकर तीन प्रतिशत रह गई थीं कि अब लोग चैन की सांस ले सकेंगे, लेकिन ऐसा हुआ नहीं. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा जारी एयर क्वालिटी बुलेटिन के अनुसार मंगलवार को दिल्ली का एयर इंडेक्स 290 रहा। सोमवार के 311 के मुकाबले यह 21 अंक कम था. वहीँ सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फॉरकास्टिंग एंड एंड रिसर्च के आंकड़े के अनुसार, दिल्ली में आज सुबह वायु गुणवत्ता सूचकांक 339 दर्ज किया गया, जो ‘बहुत खराब’ कैटेगरी में आता है.