बिहार में जल्द ही डायल 112 की शुरुआत होने वाली है. ऐसी उम्मीद की जा रही है कि अप्रैल तक यह सेवा शुरू हो जाएगी. दरअसल केंद्र सरकार की इमरजेन्सी रेस्पॉन्स सिस्टम के तहत इसकी शुरुआत होने जा रही है. इस सेवा का मकसद यही है की पहले से चल रहे 100 ,101 ,102 नंबरों के बदले एक ही नंबर 112 लाना.
112 की सेवा सुचारु और सटीक तरीके से चलाने के लिए राज्य सरकार, सेना के रिटायर्ड ड्राइवरों में से 1255 लोगो की सेवा लेने जा रही है. डायल 112 की सेवा शुरू करने के लिए तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है.
इस सेवा को खास अंदाज़ में डिजाइन किया गया है जिसके तहत आपात स्थिति में आम लोगो के द्वारा वॉयसकाल, एसएमएस, ईमेल, पैनिक एसओएस रिक्वेस्ट और वेब रिक्वेस्ट इस पर आसानी से भेजी जा सके. डॉयल 112 पर जैसे ही कोई कॉल आएगा अपने आप कम्प्यूटर में मामला रजिस्टर्ड हो जायेगा और एक यूनिक आईडी जेनरेट होगा इतना ही नहीं इसकी सूचना एसएमएस के द्वारा पीड़ित के मोबाइल पर चली जाएगी और साथ ही कलर का डिटेल यानि नंबर और लोकेशन कंट्रोल रूम के मॉनिटर पर दिखने लगेगा.
पहले से ही 100, 101 और 102 नंबर के सेवा लोगो को मदद पहुँचने के लिए उपलब्ध है लेकिन इसका फायदा बहुत ज़्यादा नहीं मिल पा रहा है. कुल मिलकर कहा जा सकता है कि अब बिहार में भी लोगों को किसी भी संकट में त्वरित मदद मिल सकता है.