मोदी सरकार के ऊर्जा मंत्री आर. के. सिंह को कोयला संकट के मसले पर डैमेज कण्ट्रोल के लिए सामने आना ही पड़ा. आर. के सिंह ने नाराज़गी जताते हुए कहा है कि बिजली कंपनियां और राज्यों की सरकारें लोगों में दहशत फैलाने का काम कर रही हैं. उन्होंने बिजली कंपनियों के इस व्यवहार को गैर-जिम्मेदार करार दिया है. पिछले कुछ दिनों से मुख्यधारा की मीडिया ऐसी ख़बरों से भरी पड़ी हैं कि देश कोयले की कमी के अभूपूर्व संकट से गुजर रहा है और इससे आने वाले समय में बिजली आपूर्ति का ऐसा संकट सामने आएगा, जिसे सम्पूर्ण ब्लैक आउट भी कहा जा रहा है.
ऊर्जा मंत्री आर. के. सिंह ने जेल (GAIL) और टाटा पावर को चेतावनी भरे लहज़े में ताकीद की. ज्ञात हो कि इन कंपनियों ने ही यह बात फैलाई कि देश में कोयले का भण्डार मात्र 4-5 दिनों के लिए ही बचा है.
बीएसईएस, टाटा पावर और बिजली मंत्रालय के अधिकारियों के मुलाकात के बाद सिंह ने कहा कि दिल्ली में बिजली की जो मांग है, उसके मुताबिक़ आपूर्ति की जा रही है और आने वाले दिनों के भी आपूर्ति जारी रहेगी.
बता दें बिजली कटौती की आशंका के बीच ही दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने प्रधानमंत्री मोदी और दिल्ली के एलजी को पत्र लिख कर समाधान की मांग की थी.