तीसरी लहर की आशंका के बीच सरकार सतर्क, कोरोना से लड़ने के लिए 6 टीमों का गठन

क्रिसमस और नए साल को लेकर बाजार सज कर तैयार है. खाने-पीने की दुकानों से लेकर मॉल और थियेटर में भी चकाचौंध बढ़ गई है. क्रिसमस सेलिब्रेशन के लिए देर रात से शहर के अलग-अलग चर्च और चर्च के आसपास इलाकों में भीड़ भी देखने को मिली. अब नया साल भी बिलकुल करीब आ चुका है. इन सब के बीच कोरोना की तीसरी लहर को लेकर लोगों के बीच चिंता का माहौल भी रहा. कोरोना और इसके नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के चिंता के बादल हर भीड़-भाड़ वाले जगह पर मंडराते पाए गए. ऐसे में सरकार भी शायद अब सतर्क हो रही है.

कोरोना की रोकथाम और नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के साथ मानव जाति के मुकाबले के बीच तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए राज्य में स्वास्थ्य विभाग ने छह अलग-अलग टीमों का गठन किया है. स्वास्थ्य विभाग ने 95 अधिकारियों और कर्मचारियों की छह टीमें बनाई है. टेस्टिंग, कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग, आइसोलेशन के साथ-साथ इलाज की व्यवस्था की निगरानी के लिए इन टीमों का गठन किया गया है. इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव ने आदेश जारी किया है.

जानते हैं टीम की संरचना

राज्‍य में स्‍वास्‍थ्‍य विभाग की ओर से गठित टीम को कई जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं. स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी आदेश के अनुसार हर टीम में दो प्रभारी अधिकारी होंगे और उनके अंदर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी और कर्मी रखे गए हैं. इस तरह 95 अधिकारियों और कर्मचारियों की 6 टीम बनी है. टीम में यूनिसेफ और विश्व स्वास्थ्य संगठन के अधिकारी और कर्मचारी भी शामिल किए हैं. राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक सभी सेल के बीच कॉर्डिनेशन और कार्यों की मॉनिटरिंग करेंगे.

  • पहली टीम : इस टीम का गठन कान्टैक्ट ट्रेसिंग की जांच के लिए किया गया है. टीम में दो अधिकारी समेत 8 अन्य लोग होंगे. इस टीम का काम कोविड-19 पाज़िटिव मामलों की जानकारी मिलते ही उस जिले के डीएम, सिविल सर्जन, जिला कार्यक्रम प्रबंधक और आईडीएसपी-इंटीग्रेटेड डिजीज सर्विलांस प्रोग्राम सेल को सूचना देना है. यह टीम कान्टैक्ट ट्रेसिंग कर दो तरह के लोगों की लिस्ट बनाएगी. पहली, क्लोज़ और हाई रिस्क कान्टैक्ट और दूसरी, सेकन्डेरी कान्टैक्ट लिस्ट. इसके अलावा कंटेनमेंट जोन से संबंधित मॉनिटरिंग करना और सिविल सर्जन से हर दिन की प्रतिवेदन लेकर उसे अन्य अधिकारियों तक भेजना और स्वास्थ्य विभाग की वेबसाईट पर अपलोड करने का काम टीम करेगी.
  • दूसरी टीम : इस टीम का गठन कोविड टेस्टिंग के लिए किया गया है. टीम में दो अधिकारी और 15 अन्य लोग होंगे. इस टीम का काम कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग टीम से लिस्ट मिलते ही स्वास्थ्य विभाग के निर्देश के अनुसार सैम्पल कलेक्ट करने के काम की मॉनिटरिंग करना है. इसके अलावा हर दिन जिलावार लैब से कलेक्ट सैम्पल, जांच किए गए सैम्पल और पेंडिग सैम्पल का डाटा एकत्रित करना है. और संबंधित आंकड़ों को अपडेट करना है.
  • तीसरी टीम : इस टीम का गठन आइसोलेशन, ट्रीटमेंट और पेशेंट वेलफेयर के संबंध में किया गया है. टीम में दो अधिकारी समेत 13 अन्य लोग होंगे. इस टीम का काम कोविड केयर सेंटर और होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों की स्थिति का अपडेट प्राप्त करना है. इसके अलावा आइसोलेशन वार्ड, टेलिमेडिसीन की व्यवस्था करना, भोजन, ऑक्सीजन सिलेंडर औक्सीमीटर आदि की व्यवस्था की मॉनिटरिंग करना और डेली रिपोर्ट बनाना है. साथ ही कोविड केयर सेंटर और होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों को आपातकाल में अस्पताल पहुंचाने की जिम्मेवारी भी इसी टीम की होगी.
  • चौथी टीम : इस टीम का गठन कोविड रिपोर्टिंग, एनालिटिक्स एंड को-ऑर्डिनेशन के विषय में किया गया है. बाकी सभी टीमों की तुलना में इस टीम में सबसे अधिक 28 लोग होंगे. इस टीम को अन्य सभी दलों द्वारा हर दिन शाम 5 बजे तक अपडेट रिपोर्ट दी जाएगी. इस टीम का काम उन रिपोर्ट के आधार पर कोविड रिपोर्टिंग व एनालिटिक्स टीम द्वारा विश्लेषण कर एक रिपोर्ट तैयार करना है, जाे केंद्र को भेजी जाएगी. डेली हेल्थ बुलेटिन तैयार करने का काम भी यही टीम करेगी.
  • पाँचवी टीम : इस टीम का गठन पोर्टल संचालन के लिए किया है. टीम में 14 लोग रखे गए हैं. इस टीम का काम बाकी सभी टीमों से डाटा प्राप्त कर बिहार कोविड पोर्टल, भारत सरकार के आधिकारिक पोर्टल और आईसीएमआर के पोर्टल पर अपलोड करना है. साथ ही पोर्टल को नियमित रूप से अपडेट रखने की जिम्मेवारी भी इसी टीम की है.
  • छठी टीम : इस टीम का गठन स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को मजबूत करने के उद्देश्य से किया है. टीम में 11 लोग होंगे. इस टीम का काम जिलों से कॉर्डिनेशन स्थापित कर कोविड केयर सेंटर और कोविड डडिकेटेट अस्पताल में दवाओं, उपकरणों, जांच के लिए किट की उपलबद्धता सुनिश्चित कराना है. साथ ही मरीजों के लिए दवाओ की व्यववस्था, ऑक्सीजन प्लांट की देखरेख, संक्रमण रोकने के लिए सरकारी अस्पतालों में सेनेटाइजेशन आदि की मॉनिटरिंग का काम इसी टीम को दिया गया है.

इन छह टीमों के माध्यम से स्वास्थ्य विभाग कोरोना की रोकथाम और नए वैरिएंट ओमिक्रॉन से मुकाबला करने की तैयारी में है. राज्य में काेराेना की संभावित लहर से निपटने के लिए और साथ ही आंकड़ों में गड़बड़ी रोकने के लिए पोर्टल संचालन के लिए अलग से टीम का गठन किया है. इसके साथ ही राज्‍य में कोविड संक्रमण से‍ निपटने के लिए बिहार में तैयारियों का जायजा लेने के लिए एक केंद्रीय टीम भी आज पटना पहुंच रही है. यह टीम व्‍यवस्‍था को परखेगी और सुधार के लिए सुझाव देगी.

फिलहाल बिहार में कोरोना के मामले

आपको बात दें, विगत 24 घंटे में कुल 1,79,869 सैम्पल की जांच हुई है. अबतक कुल 7,14,245 मरीज ठीक हुए हैं. वर्तमान में कोविड 19 के ऐक्टिव मरीजों की संख्या 78 है. बिहार में बुधवार को एक साथ 17 नए मरीज कोरोना पॉजिटिव मिले. इनमें से 11 मरीज अकेले राजधानी पटना के हैं. वहीं बिहार में कोरोना मरीजों का रिकवरी प्रतिशत 98.32 है.

दूसरी ओर राज्य में शुक्रवार को एक दिन में 8.63 लाख लोगों को कोविड रोधी टीके दिए गए. कोविन पोर्टल पर रात साढ़े नौ बजे तक अपलोड़ आंकड़ों के अनुसार राज्य में शुक्रवार को टीकाकरण के लिए 11654 टीका केंद्र सक्रिय किए गए थे. जहां 8,63,879 लोगों को कोविड रोधी टीके दिए गए. इसके साथ ही बिहार में कुल टीकाकरण का आंकड़ा 9,63,67,402 हो गया है. प्रदेश में अब तक 5,71,95,519 को वैक्सीन की पहली और 3,91,71,883 को दोनों डोज दी जा चुकी है.

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