बिहार में शराब माफियाओं के खिलाफ अब मद्य निषेध विभाग ने हेलीकॉप्टर का प्रयोग शुरू कर दिया है. इस हेलीकाप्टर के द्वारा पूरा गंगा नदी को बक्सर से कटिहार तक निरंतर सर्विलान्स और मॉनिटरिंग किया जायेगा.
शराब बंदी के खात्मे को लेकर सरकार ने अपनी मंशा जाहिर कर दी है. इसी कड़ी में एक और नया अध्याय भी जुड़ गया है. अब मद्य निषेध विभाग ड्रोन के बाद हेलिकॉप्टर की मदद से सिंडिकेट में हड़कंप मचा दिया है. मद्य निषेध विभाग के द्वारा अत्याधुनिक हेलीकाप्टर का उपयोग दियारा क्षेत्र में अवैध शराब निर्माण को ध्वस्त करने के लिए शुरू कर दिया गया है.
इस अत्याधुनिक हेलीकाप्टर के संग अनमैन्ड हेलीकाप्टर ड्रोन का भी इस्तेमाल किया जा रहा है जिससे स्पॉट डिटेक्शन करने के बाद उत्पाद और पुलिस की टीम तुरंत रेड करके भट्टियों को ध्वस्त कर सकती है और मौके पर मौजूद माफियाओं को दबोच सकती है.
बड़े हेलीकाप्टर में पायलट सहित 4 लोगो के बैठने की सुविधा है. जिसमे एक जिओ पैसिअल के इंजीनियर, उत्पाद विभाग की टीम और डिटेक्शन एक्सपर्ट वीडियो मॉनिटरिंग करेंगे. यह हेलीकाप्टर दिन में 6 से 7 घंटे तक लगातार ऑपरेशन कर सकती है. साथ ही साथ रियल टाइम में अवैध चीजों को डिटेक्ट भी कर सकती है.