सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक कजाकिस्तान में हालात को काबू में रखने के लिए आपातकाल लगा दी गई है. शराब सहित आग लगने वाली तमाम चीजों की बिक्री पर रोक लगा दी गई है और लोगों को घर के अंदर ही रहने की अपील की गई है.
सोवियत संघ से अलग हुए देश कजाकिस्तान में सरकार को एलपीजी, गैसोलिन के दाम को दोगुना करना महंगा पङा. बढी किमत के विरोध में देश भर में प्रदर्शन और हिंसा हुए. जिसके बाद सरकार को इस्तीफा देना पड़ा.
कजाकिस्तान के राष्ट्रपति कसीम-जोमार्ट तोकायेव ने प्रधानमंत्री अस्कर ममीन का इस्तीफा स्वीकार कर लिया और अलीखान समाईलोव को कार्यवाहक प्रधानमंत्री बना दिया.


मिडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 19 जनवरी तक के लिए कजाकिस्तान में आपातकाल लगा दी गई हई. दैनिक भास्कर की एक खबर के मुताबिक 20 रुपये से बढ़ाकर कीमत 40 रुपये किये गए थे. जिसके बाद बैंक और दुकानों में आगजनी और तोड़फोड़ शुरू हो गई.
ज्ञात रहे कि भारत में भी गैस की कीमत में लगातार बढ़ोतरी होती रही है.