ट्विटर के को-फाउंडर जैक डोर्सी ने कंपनी के सीईओ पद से इस्तीफा देने के बाद अब भारतीय मूल के 37 साल के युवा पराग अग्रवाल कंपनी के नए सीईओ होंगे. 10 साल पहले कंपनी जॉइन करने वाले पराग अब तक कंपनी में चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर के पद पर थे. महज 10 साल मे ही उन्होंने ट्वीटर के सीईओ बनने का सफर पूरा किया, ये टेक जगत के साथ साथ भारतीयों के लिए भी गर्व की बात है.
पराग का जन्म और पालन-पोषण भारत में हुआ है. आईआईटी बॉम्बे से पढ़ाई करने वाले पराग अग्रवाल स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से डॉक्टरेट की उपाधि भी हासिल कर चुके हैं. ट्विटर से पहले पराग माइक्रोसॉफ्ट रिसर्च और याहू के साथ काम कर चुके हैं. 2018 में उन्हें एडम मेसिंजर की जगह ट्विटर का चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर बनाया गया था. ट्विटर के सीईओ बनने पर 37 साल के पराग अग्रवाल टॉप 500 कंपनियों के सबसे युवा सीईओ होंगे. पराग के सीईओ बनने कि खबर आने के बाद भारतीय टैलेंट को सराहते हुए एलोन मस्क ने ट्वीट करते हुए कहा कि भारतीय टैलेंट से अमेरिका को काफी फायदा हुआ है.
आपको बता दें, दुनिया भर के तमाम बड़ी कंपनियों में भारतीय लोगों ने अपनी काबिलियत का डंका बजाया है. कई बड़ी कंपनियों में भारतीय मूल के सीईओ हैं. माइक्रोसॉफ्ट में सत्या नडेला, गूगल की पेरेंट कंपनी अल्फाबेट में सुंदर पिचाई, अडोब में शांतनु नारायण, आईबीएम में अरविंद कृष्णा, वीएम वेयर में रघु रघुराम के बाद अब ट्विटर में पराग अग्रवाल सीईओ बने हैं.
ट्वीटर में सीईओ पद छोड़ने की घोषणा करते हुए ट्विटर के सह संस्थापक जैक डॉर्सी ने कहा कि उन्होंने कंपनी में 16 साल अलग-अलग पद पर काम किया है. अब ये समय उनके ट्विटर छोड़ने का है. उन्होंने ये भी कहा पराग में उनका पूरा विश्वास है और वो कंपनी से प्यार करते हैं. डॉर्सी के इस्तीफा देने के बाद निदेशक मंडल ने सर्वसम्मति से मुख्य तकनीकी अधिकारी पराग अग्रवाल को ट्वीटर के सीईओ के पद पर नियुक्त किया.