मिस यूनिवर्स 2021, की प्रतियोगिता में भारत की हरनाज़ संधू ने 70वें मिस यूनिवर्स का खिताब अपने नाम कर लिया है. पंजाब की 21 साल की हरनाज ने 21 साल बाद मिस यूनिवर्स का ताज हासिल कर दुनिया भर में देश का मान और गौरव बढ़ाया है. संधू को मैक्सिको की पूर्व मिस यूनिवर्स 2020 एंडिया मेजा ने ताज पहना कर आधिकारिक तौर पर मिस यूनिवर्स घोषित किया.
इजराइल के इलियट में आयोजित 70वीं मिस यूनिवर्स 2021 के प्रीलिमिनरी स्टेज में हरनाज़ समेत 75 से ज्यादा प्रतिभाशाली महिलाओं ने भाग लिया था लेकिन टॉप 3 में तीन देशों की महिलाओं ने जगह बनाई. पराग्वे की नादिया फेरेरा और दक्षिण अफ्रीका की लालेला मसवाने को पीछे छोड़ते हुए भारत की हरनाज संधू ने 70वें मिस यूनिवर्स का खिताब अपने नाम कर लिया है. इसमें खास बात यही है कि भारत ने मिस यूनिवर्स का ख़िताब 21 साल बाद अपने नाम किया है. इस से पहले साल 2000 में लारा दत्ता ने इस ख़िताब को जीता था और उसी साल हरनाज़ संधू का जन्म हुआ था.
जाने हरनाज़ के बारे में
हरनाज़ मूल रूप से पंजाब के चंडीगढ़ की रहने वाली हैं. इनका पूरा नाम है- हरनाज़ कौर संधू. हरनाज़ पेशे से मॉडल हैं. हरनाज संधू ने मॉडलिंग के अलावा दो पंजाबी फिल्मों ‘यारा दियां पू बारां’ और ‘बाई जी कुट्टांगे’ में भी काम किया है. हरनाज ने 2017 में मिस चंड़ीगढ़ का खिताब जीता था. इसके बाद उन्होंने मिस मैक्स इमर्जिंग स्टार इंडिया का खिताब भी अपने नाम किया. इसके बाद 2019 में उन्होंने फेमिना मिस इंडिया पंजाब का खिताब जीतने के बाद फेमिना मिस इंडिया टॉप-12 में भी जगह बनाई थी. भारत की ओर से मिस यूनिवर्स प्रतियोगिता में 1994 में पहली बार सुष्मिता सेन ने और दूसरी बार साल 2000 में लारा दत्ता ने यह खिताब जीता था. अब इस लिस्ट में तीसरा नाम 21 साल की हरनाज़ संधू का जुड़ गया है.
हरनाज ने अपनी किशोरावस्था के दौरान मॉडलिंग की शुरुआत की थी. उसने कई मॉडलिंग और फैशन कार्यक्रमों में भाग लिया और बाद में उन्होंने पेजेंट की ओर अपना ध्यान केंद्रित किया. हरनाज़ के अनुसार, वह अपनी मां से प्रेरित हैं, जिन्होंने एक सफल स्त्री रोग विशेषज्ञ बनने के लिए पितृसत्ता की पीढ़ियों को तोड़ा और अपने परिवार का नेतृत्व किया.
फाइनल राउंड में टॉप तीन प्रतियोगियों से सवाल पूछा गया था कि आप दवाब का सामना कर रहीं महिलाओं को क्या सलाह देंगी? हरनाज संधू ने इस सवाल का जबाव देते हुए कहा कि आपको यह मानना होगा कि आप अद्वितीय हैं और यही आपको खूबसूरत बनाती है. बाहर आएं, अपने लिए बोलना सीखें क्योंकि आप अपने जीवन के नेता हैं. इसी जबाव के साथ ही हरनाज़ के सर ताज आ गया. ख़िताब जीतने के बाद हरनाज़ संधू ने कहा, मैं ईश्वर, मेरे परिजन और मिस इंडिया संगठन की आभारी हूं जिन्होंने इस पूरे सफ़र में मेरा मार्गदर्शन किया और मेरा समर्थन किया.