बक्सर जिले में जैविक कारिडोर के तहत विभिन्न फसलों की खेती हो रही है. शुक्रवार को बसोका (पटना) के अधिकारी दीपक झा द्वारा इस कारिडोर का निरीक्षण किया गया. निरीक्षण के दौरान पाया गया कि आर्गेनिक खेती से मिल रहे उत्पादन को देखते हुए अब किसानों का इसके प्रति रुझान बढ़ने लगा है. किसान पहले से अधिक क्षेत्रफल में खेती करने के प्रति उत्साहित हैं. साथ ही आसपास के दूसरे किसानों का भी ऑर्गेनिक खेती की ओर आकर्षण बढ़ने लगा है.

रसायनिक खेती से खेतों के साथ-साथ मानव स्वास्थ्य को लगातार हो रहे नुकसान को देखते हुए जिले में ऑर्गेनिक खेती को बढ़ावा देने के लिए कई तरह के कार्यक्रमों का संचालन किया जा रहा है. इसकी जानकारी देते आर्गेनिक प्रोडक्शन एग्जक्यूटिव ऋषभराज ने बताया कि जिले में जैविक कारिडोर के तहत अब बड़े भू-भाग में आर्गेनिक खेती की जा रही है. शुक्रवार को बसोका के अधिकारी द्वारा जिले के जैविक समूह डुमरांव पीपीओ और रविदास पीपीओ समूहों द्वारा की जा रही जैविक खेती का निरीक्षण किया गया.
जांच के दौरान पाया गया कि हेनवा गांव के किसान विनोद कुमार सिंह ने पहले एक हेक्टेयर में केले की आर्गेनिक खेती की थी पर आर्गेनिक खेती से बढ़ी उत्पादन क्षमता को देखते हुए अब वे ढाई हेक्टेयर में खेती करने का निर्णय लिए हैं. इनके बेहतर परिणाम से उत्साहित कठार गांव के किसान राजेंद्र राय दो एकड़ में रेड लेडी पपीता की खेती के साथ एक एकड़ में तरबूज की जैविक खेती कर रहे हैं. किसानों का कहना है कि सही प्रशिक्षण और लगातार मिल रहे मार्गदर्शन से वे सफल आर्गेनिक खेती कर रहे हैं और फसल की उपज भी रसायनिक खेती से बेहतर हो रही है