जापान की संसद ने पूर्व विदेश मंत्री फुमिओ किशिदा को सोमवार को देश का नया प्रधानमंत्री चुना है. अब किशिदा के सामने कोरोना महामारी से सक्षम रूप से निपटने की बड़ी चुनौती सामने है. बता दें कि किशिदा पूर्व प्रधानमंत्री योशिहिदे सुगा के इस्तीफ़ा देने के बाद से इस पद की रेस में आगे माने जा रहे थे.
कोरोना वायरस से फैली महामारी से अपेक्षित तरीके से ना निपटने और इस महामारी के बीच ही जापान में ओलम्पिक जैसे वैश्विक आयोजन की ज़िद पर अड़े रहने के कारण सुगा की लोकप्रियता में भारी गिरावट आयी थी, जिसको भांपते हुए उन्होंने इस्तीफा दे दिया था.
वहीं किशिदा ने सत्तारूढ़ लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी के नए नेता पद के चुनाव में पिछले हफ्ते ही जीत दर्ज़ की है. इस मुकाबले में उन्होंने तारो कोनो को हराया, जो सुगा सरकार में टीकाकरण मंत्री के रूप में काफी लोकप्रिय थे.
माना जा रहा है कि किशिदा पार्टी के दिग्गजों की पहली पसंद इसीलिए बने, क्योंकि उन्हें तेजी से बदलाव की इच्छा रखने वाले की बजाय शांतिप्रिय स्थिरता के लिए जाना जाता है. कोनो को उदार और स्वतंत्र विचारों वाले नेता के रूप में जाना जाता है.