भोजपुर जिले के आरटीपीएस काउन्टर पर लाखों आवेदन पेन्डिंग

भोजपुर जिले में लोक सेवाओं का अधिकार (आरटीपीएस) के तहत मिलने वाली सुविधाओं का लाभ आवेदकों को लगभग एक माह से समय पर नहीं मिल रहा है. जिले के सभी प्रखंडों में एक लाख से ज्यादा आवेदन पेंडिंग पड़े हैं. 10 दिनों में इस सुविधा का मिलने वाला लाभ लगभग 20 दिन के बाद भी नहीं मिलने से आम लोग परेशान हो उठे हैं. दिन में सर्वर लगभग ठप हो जाता है.

दिन में काम होना लगभग असंभव रहता है इसलिए रात में किसी प्रकार से कुछ कार्य किए जाते हैं .आम लोग भी किसी प्रकार ऑनलाइन आवेदन रात में कर रहे हैं क्योंकि दिन में यह होना असंभव हो गया है. आम लोगों को जाति, आय,आवासीय के साथ-साथ ओबीसी और सामान्य जाति वालों के लिए आर्थिक आरक्षण का प्रमाण पत्र बनवाने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

लगभग एक महीने से प्रखंड कार्यालयों का चक्कर लगा रहे आवेदक

एक माह बाद भी प्रमाण पत्र नहीं मिलने पर दर्जनों आवेदक जिले के सभी प्रखण्ड कार्यालय का चक्कर लगाते हुए प्रमाण पत्र पाने का प्रयास कर रहे हैं. कोईलवर में कुल्हड़िया के अजहरुद्दीन, कोईलवर के अभिषेक, उदय सिंह, चांदी के अजय सिंह, संजय कुमार समेत दर्जनों लोगों ने बताया राशन कार्ड के लिए ऑनलाइन आवेदन करना है, जिसके लिए जाति, आवासीय व आय प्रमाण पत्र की जरूरत होती है लेकिन अप्लाई के 20 दिन बाद भी प्रमाण पत्र निर्गत नहीं हो रहा है. वहीं कई छात्र ईडब्लुएस व ओबीसी के लिए भटक रहे है लेकिन उन्हें प्रमाण पत्र मिलने में दिक्कत हो रही है.

कोईलवर और तरारी में 22345 मामले पेंडिंग

कोईलवर प्रखण्ड में पिछले महीने 20 जनवरी से 20 फरवरी के बीच 11345 आवेदन लंबित है। जिनमें 4974 आवासीय, 3315 आय, 2832 जाति, ईडब्लुएस 100, 42 ओबीसी, 51 बीसी व ईबीसी के आवेदन लंबित है  जिनका डिजिटल साइन नहीं हो रहा है। जिस कारण छात्र को नौकरी, नामांकन, राशन कार्ड बनवाने समेत अन्य कार्य से वंचित हो रहे है. तरारी में 4 फरवरी से लेकर अब तक जाति प्रमाण पत्र के 3000, आय प्रमाण पत्र का 3000, निवास प्रमाण पत्र का 4000 आवेदन पेंडिंग है. जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र का आवेदन करीब 35 पेंडिंग है. दाखिल खारिज का करीब 950 आवेदन पेंडिंग है। सीओ निभा कुमारी ने बताया कि सभी को दाखिल खारिज का कार्य यथाशीघ्र निष्पादित करने का निर्देश दी गयी है.

पीरो,अगिआंव और बड़हरा में चार सप्ताह से सर्वर स्लो है. रोजाना  बिना प्रमाण पत्र के लौट रहे आवेदक

पीरो में जाति, आय और अन्य प्रमाण पत्र क़े लिए डाटा अपलोड सर्वर सर्विस प्लस चार सप्ताह से अधिक समयों से स्लो कार्य कर रहा हैं जिससे प्रमाण पत्र समय पर नहीं निर्गत हो रहे हैं.पीरो में अंचल कार्यालय के अनुसार जाति के – 4756 प्रमाण पत्र लंबित हैं जबकि 1852 एक्स्पायर हो गए हैं. इडब्लूएस के पेंडिंग-124, एक्सपायर- 2, आय के लंबित- 4038, एक्सपायर -1148, निवास प्रमाण पत्र के लंबित- 5962, एक्सपायर- 2868 है. यहां जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र के 125 मामले भी लंबित हैं. अगिआंव में दाखिल खारिज के 1609, जाति – 2122, आवासीय – 2311, आय – 1985, इडब्लूएस – 142 और ओबीसी के 70 आवेदन पेंडिंग है. वहीं बड़हरा प्रखंड में दाखिल खारिज के – 2451, जाति प्रमाण-पत्र – 464, आवासीय प्रमाण-पत्र – 389, आय – 278, जन्म – 01 और मृत्यु प्रमाण-पत्र के 05 मामले पेंडिंग है.

2017 और 18  में सर्विस प्लस वेबसाइट की शुरुआत हुई थी

लोक सेवाओं के तहत 2017 और 18 में सर्विस प्लस वेबसाइट शुरू किया गया था. ऑनलाइन प्राप्त आवेदनों की ऑनलाइन जांच के बाद स्वीकृत कर प्रमाण पत्र निर्गत किये जाते थे जो आवेदक के ईमेल पर भेज दिए जाते थे.  सर्विस प्लस सेवा शुरू होने से दूसरे जिला या प्रदेश में काम करने वाले लोगो को काफी सहूलियत हो रही थी.  सर्विस प्लस की सुविधाएं सर्वर की समस्या के कारण आवेदकों को समय पर प्रमाण पत्र नहीं मिल पाता है. आरटीपीएस के कर्मी बताते है कि सर्विस प्लस से बढ़िया अधिकार एप था, जिस डोमिन पर तत्काल समेत अन्य विकल्प थे.

आवेदकों को 21 दिनों के अंदर प्रमाण पत्र निर्गत करने की नीयत समय था लेकिन सर्विस प्लस पर दस दिनों में आवेदन को डिस्पोजल करना होता है. कर्मी मनीषा ने बताया कि सर्विस प्लस का पब्लिक डोमेन आसानी से कार्य कर रहा है जिससे आवेदक घर बैठे या साइबर कैफे, सीएससी सेंटर से आसानी से आवेदन कर रहे है. लेकिन ऑफिशियल डोमेन में दिक्कत है. आवेदन  एप्रूव्ड के लिए जब साइन इन के लिए अप्लाई किया जाता है, तो बार-बार लॉग आउट या सर्वर बिजी का मैसेज आता है. आरटीपीएस कोषांग की नोडल पदाधिकारी दीपिका कश्यप ने बताया कि सर्वर स्लो चलने के कारण इस तरह की परेशानी हुई है. इसकी जानकारी डीएम, एनआईसी और पटना मुख्यालय को भी दी गई है.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *