तीन साल के अंतराल के बाद लालू यादव की बिहार वापसी हुई है. बिहार की राजनीति में लालू की मौजूदगी अहम भूमिका निभाती है. ऐसे में लालू यादव के बिहार आने के पहले से ही राजनीतिक गलियारे में नए-पुराने बहसों का दौर शुरू हो गया.
बिहार के लिए निकलने से पहले ही लालू ने ऐसा बयान दिया की आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया. मीडिया ने इस लालू यात्रा को विशाल जनसभा के रूप में प्रस्तुत करने की कोशिश की थी.
Trust News के संवाददाता जब एयरपोर्ट और लालू यादव के आवास के बाहर पहुंचे तो उन्होंने पाया कि यहां मीडिया रिपोर्टस् की उम्मीद के अनुसार ना तो भीड़ दिखी और नाही कार्यकर्ताओं का उत्साह.
हालांकि इसके पीछे कई कारण बताए जा रहे है. लालू यादव के डॉक्टर ने उन्हें ज्यादा लोगों से मिलने के लिए मना किया है. दूसरी तरफ आरजेडी ने भी कोविड को ध्यान में रखते हुए अपने कार्यकर्ताओं से ज्यादा भीड़ नहीं लगाने का अनुरोध किया था.
बहरहाल बिहार की राजनीति में लालू यादव की एंट्री हो चुकी है. हालांकि वो आगामी उपचुनाव के प्रचार में भाग लेंगे या नहीं इस पर संशय बना हुआ है.