हरियाणा के भिवानी जिले से नए साल के पहले ही दिन एक दुखद खबर सामने आ रही है. हरियाणा के भिवानी में भूस्खलन हो गया जिस वजह से वहां से गुजर रहीं कई गाड़ियां पहाड़ के मलबे के नीचे दब गईं. खबरों के मुताबिक, हादसे में दो लोगों की मौत हो गई है. उनके शव मलबे से निकाले गए हैं. मौतों का आंकड़ा अभी और बढ़ सकता है. जबकि अन्य को निकालने के लिए प्रयास जारी है. करीब 15 से 20 लोगों के दबने की आशंका जताई जा रही है.
आज सुबह ही माता वैष्णो देवी भवन में भगदड़ मचने की घटना में 12 श्रद्धालुओं की मौत हो गई. यह खबर अभी चल ही रही थी कि एक और दर्दनाक हादसे की खबर सामने आ गई. जानकारी के मुताबिक, शुक्रवार को ही यहां रोक हटने के बाद खनन कार्य शुरू हुआ था. प्रदूषण के चलते 2 महीने पहले खनन कार्य पर रोक लगाई गई थी. शनिवार सुबह 8:30 बजे खनन के दौरान पूरा पहाड़ गिर गया और उसके नीचे करीब 20 से ज्यादा लोग नीचे दब गए.

रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
मलबा गिरते ही इलाके में हड़कंप मच गया. स्थानीय लोगों ने राहत कार्य शुरू किया. सूचना मिलने के बाद प्रशासन ने राहत और बचाव कार्य शुरू करवाया. फिलहाल बड़े-बड़े पत्थर गिरने के कारण उन्हें हटाने में दिक्कत आ रही है. पत्थरों को ड्रिल मशीन से काटकर हटाने का प्रयास प्रशासन लगातार कर रहा है. वहीं घटनास्थल पर मीडियाकर्मियों जाने पर पाबंदी लगा दी गई है. अभी तक पहाड़ के खिसकने के कारणों का पता नहीं चल पाया है. पहाड़ अपने आप खिसका है या फिर ब्लास्ट के कारण यह हादसा हुआ, इस बारे में अभी तक कोई आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है.

जानकारी के अनुसार, डाडम के खनन क्षेत्र में लगभग नौ हजार लोग काम करते हैं. इनमें प्रवासी ज्यादा हैं. ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि हताहतों में प्रवासी अधिक होंगे. फिलहाल राहत और बचाव का कार्य जारी है. मलबे के नीचे कितने लोग दबे हैं इस बात की पुष्टि नहीं हो पाई है.