केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा, जिन पर 4 किसानों की ह्त्या का आरोप, है, अब भी उत्तर प्रदेश पुलिस की नज़र से ओझल हैं. हांलांकि उत्तर प्रदेश पुलिस ने उनके आवास पर नोटिस चिपका दिया था कि उन्हें शुक्रवार की सुबह सवाल-जवाब के लिए पुलिस के सामने पेश होना है. ऐसा नहीं हुआ और पुलिस के बड़े अधिकारी इंतज़ार करते रह गए. इस मसले पर पूरे देश में उबाल है और गृह राज्य मंत्री के इस्तीफे की मांग भी जोर पकड़ रही है.
हत्याकांड के बाद यह पहला मौक़ा था, जब मंत्रीपुत्र आशीष मिश्रा को पुलिस ने पेश होने के लिए समन दिया था, जिसकी वो नाफरमानी कर चुके हैं. बता दें कि खीमपुरी खीरी में चार किसानों समेत आठ लोग मारे गये थे.
3 अक्टूबर के हुई इस घटना के बाद 5 अक्टूबर को एक नया मोड़ आ गया. जब किसानों को कुचलते एक वीडियो सामने आया. इस वीडियो को पीलीभीत से भाजपा सांसद वरुण गांधी ने भी ट्वीट किया. आरोप है कि इस गाड़ी को मंत्री के बेटे ही ड्राइव कर रहे थे.
उधर विपक्षी दलों के नेताओं का पीड़ितों के परिजनों से मिलने का सिलसिला जारी है. उत्तर प्रदेश सरकार भी कार्रवाई करती दिख तो रही है, लेकिन इसकी गति और नियति पर आम लोगों सहित किसानों और विपक्षी नेताओं को भी संदेह है.