टीवी समाचार प्रसारक संघ-एनबीडीएसए ने जी न्यूज के बाद अब न्यूज नेशन को फटकार लगाई है. न्यूज नेशन के द्वारा प्रसारित किए जाने वाले ‘धर्मांतरण जिहाद’ शीर्षक के विडिओ को हटाने को कहा गया है. एनबीडीएसए ने कहा कि ब्रॉडकास्टर्स को प्रसारण के दौरान निष्पक्ष रहने में विफल एंकरों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए.
एनबीडीएसए का कहना है कि समाचार चैनल न्यूज नेशन एथिक्स कोड का उल्लंघन किया है. एनबीडीसए ने आगे कहा कि एंकर दीपक चौरसिया द्वारा शो में दिए गए बयान और कैप्शन “मेमचंद जिंदा है जमात शर्मिंदा है”, “500- हिन्दू कैसे बने मुस्लिम?” और “क्या मेवात पाकिस्तान बन गया?” यह रिपोर्टिंग नियमों के सिद्धांतों और दिशा-निर्देशों का उल्लंघन है. इस मामले में टीवी समाचार प्रसारकों का निजी संघ एनबीडीएसए ने अपने आदेश में चैनल से इन वीडियो को हटाने को कहा है.
टीवी समाचार प्रसारक संघ करते हुए कहा है कि, एंकरों को कार्यक्रम आयोजित करने को लेकर प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए. आपको बात दें कि इस से पहले टीवी समाचार प्रसारक संघ-एनबीडीएसए ने जी न्यूज को किसान आंदोलन के विरोध में फर्जी खबर चलाने का दोषी पाया था.
एनबीडीएसए ने न्यूज़ नेशन के साथ-साथ सभी मिडिया चैनलों को भविष्य में सावधान रहने की चेतावनी दी और वेबसाइट, यूट्यूब और अन्य सभी प्लेटफॉर्म से ऐसे सभी चिन्हित शो का लिंक हटाने के लिए कहा है जो एथिक्स कोड के उल्लंघन क्षेत्र में आती हों.
इस मामले में आरोपों खंडन करते हुए न्यूज़ नेशन ने कहा है कि न तो एंकर और न ही ब्रॉडकास्टर विवादित कार्यक्रम में मौजूद अन्य पैनलिस्ट द्वारा इस्तेमाल किए गए शब्दों या उनके कार्यों के लिए उत्तरदायी थे. अगर किसी बात या किसी बयान से किसी भी स्तर पर किसी को ठेस पहुंची हो तो वह माफी मांगता है.