गणतंत्र दिवस के पूर्व संध्या पर केंद्र सरकार ने मंगलवार को साल 2022 के लिए पद्म सम्मान का एलान कर दिया. गृह मंत्रालय के प्रेस विज्ञप्ति में 128 लोगों के नाम है.
प्रेस विज्ञप्ति में जारी सूची के मुताबिक इस वर्ष 4 लोगों को पद्म विभूषण से सम्मान किया जाना है. 17 लोगों को पद्म भूषण और 107 को पद्म श्री से सम्मानित किया जायेगा.
पद्म भूषण वाले 17 लोगों की सूची में कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद के साथ पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री तथा सीपीआई(एम) के नेता बुद्धदेव भट्टाचार्य का भी नाम है.
इस सूची के जारी होने के कुछ ही देर के बाद सी.पी.एम. के तरफ से एक ट्वीट आया. जिसके मुताबिक़ बुद्धदेव भट्टाचार्य ने इस तरह के अवार्ड लेने से इंकार कर दिया है. ट्वीट में कहा गया है कि सीपीआई एम की पॉलिसी इस तरह की अवार्ड लेने की नहीं रही है जो सरकार देती हो. हमारा काम जनता के लिए होता है न कि किसी अवार्ड के लिए.
सीपीआई(एम) के इस ट्वीट के कुछ देर बाद पार्टी महासचिव सीताराम येचुरी ने एक ट्वीट किया. उस ट्वीट में सीताराम येचुरी ने कहा कि पार्टी के पूर्व पोलित ब्यूरो सदस्य और पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री पद्म भूषण अवार्ड के घोषणा के बाद कहा, ‘मैं पद्म भूषण सम्मान के बारे में कुछ नहीं जानता. मुझे किसी ने इसके बारे में नहीं बताया. अगर मुझे पद्म भूषण सम्मान दिया गया है तो मैं इसे अस्वीकार कर रहा हूं.’
बांग्ला की सुप्रसिद्ध गायिका संध्या मुखोपाध्याय ने भी पद्म श्री अवार्ड लेने से इंकार कर दिया है. पद्म श्री सम्मान के 107 लोगों सूची में संध्या मुखोपाध्याय का नाम है.
टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार गणतंत्र दिवस के पूर्व संध्या पर जब दिल्ली से उनके यहाँ फोन आया तो 90 वर्षीय संध्या मुखोपाध्याय ने स्वीकार करने से इंकार कर दिया.
खबर के मुताबिक गायिका का कहना है कि लगभग 75 साल के कैरियर में इस तरह का सम्मान देना अपमानित करने जैसा है. उन्होंने बताया कि वे कुछ दिनों से ठीक नहीं है. जब दिल्ली से कॉल आया और यह सूचना दी गयी कि मुझे पद्म श्री सम्मानित किया जायेगा तो मैंने साफ मना कर दिया.
संध्या मुखोपाध्याय ने कहा कि मैंने बड़े गुलाम अली से संगीत की शिक्षा हासिल की है. उनके साथ कई मंचो पर प्रस्तुति दी है. वह मेरे जीवन का सबसे बड़ा सम्मान है. साथ ही श्रोताओं से आजीवन सम्मान मिला है.
क्या है पद्म सम्मान !
यह भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है. इसे तीन श्रेणियों में दिया जाता है- पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री. यह सम्मान कला, विज्ञान, सामाजिक कार्य, राजनीति, साहित्य, संगीत, उधोग, व्यापार, शिक्षा, खेल आदि में श्रेष्ठ और प्रेरणादायक कार्य करने के लिये दिया जाता है.
इसकी घोषणा प्रत्येक वर्ष गणतंत्र दिवस के अवसर पर होती है. इस नागरिक सम्मान की स्थापना भारत के प्रथम राष्ट्रपति राजेन्द्र प्रसाद ने 2 जनवरी 1954 को थी. इस श्रेणी में भारत रत्न देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है.