वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल की कीमत बढ़ने के कारण पेट्रोल-डीजल की कीमतें आसमान छू रही हैं और इसका असर स्थानीय स्तर पर भी दिखना शुरू हो गया है. सोमवार को पटना में पेट्रोल की कीमत 105 रु. 36 पैसे रही और यह आजतक के उच्चतम स्तर पर पहुँच गया. वहीँ डीजल की कीमत 97 रु. 31 पैसे रही. आम लोग आशंका जता रहे हैं कि डीजल भी कुछ दिनों में तीन अंकों में पहुँच जाएगा.
लगातार कीमत में बढ़ोत्तरी से लोगों ने अपने स्तर पर ही इससे निपटना शुरू कर दिया है. लिहाज़ा लोगों ने पेट्रोल और डीजल खरीदना ही कम कर दिया है. इसकी बानगी यह है कि पेट्रोल पम्प के मालिक कह रहे हैं कि उनकी बिक्री में करीब 20 फीसदी की बड़ी गिरावट देखने को मिल रही है.
बीते महीने की आखिरी तारीख से ही कीमतों में लगातार इज़ाफ़ा हो रहा है. इसका असर मध्यम वर्ग और निम्न आय करने वाले बड़े समूह पर पड़ रहा है. महज़ 15 दिनों में कच्चे तेल की कीमत तकरीबन 7 डॉलर प्रति बैरल बढ़ी है. माना जा रहा कि यह इज़ाफ़ा अभी जारी रहेगा और कच्चे तेल की कीमत आने वाले दिनों में 90 डॉलर प्रति बैरल से भी आगे बढ़ सकती है.