ऑनलाइन बैंकिंग के लिए लोकप्रिय पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के कुछ निर्देशों का पालन नहीं करने के कारण एक करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया गया है. एक और कंपनी वेस्टर्न यूनियन फाइनेंसियल सर्विसेज़ पर भी इसी कारण से 27.78 लाख रुपए का जुर्माना लगाया गया है.
बुधवार को आरबीआई की तरफ से जारी किये गए विज्ञप्ति में कहा गया कि “अंतिम प्राधिकरण प्रमाणपत्र जारी करने के लिए पेटीएम पेमेंट्स बैंक के आवेदन की जांच के दौरान पाया गया कि इस कंपनी के तरफ से प्रस्तुत जानकारियाँ तथ्यात्मक स्थिति को नहीं दर्शाती.”
वहीं वेस्टर्न यूनियन फाइनेंसियल सर्विसेज़ पर 2019 और 2020 के दौरान प्रति लाभार्थी 30 रेमिटेंडस तक सीमा उल्लंघन के लिए जुर्माना लगाया गया है.
पेटीएम पेमेंट्स बैंक और वेस्टर्न यूनियन फाइनेंसियल सर्विसेज़ बड़ी कंपनीयां हैं. ऐसे मे सवाल है कि आरबीआई के इस छोटे जुर्माने के बाद इनकी नीतियों पर कुछ असर पड़ता भी है या नहीं?