पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कृषि कानूनों के बारे मे बात करते हुए प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधा है. राहुल ने प्रधानमंत्री पर हमला करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने कृषि कानून के लिए माफी मांग उन्हे वापस तो कर लिया लेकिन वे प्रायश्चित कैसे करेंगे?
राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि “जब प्रधानमंत्री ने कृषि-विरोधी क़ानून बनाने के लिए माफ़ी माँगी तो संसद में बतायें कि प्रायश्चित कैसे करेंगे? लखीमपुर मामले के मंत्री को बर्खास्त कब? शहीद किसानों को मुआवज़ा कितना-कब? सत्याग्रहियों के ख़िलाफ़ झूठे केस वापस कब? एमएसपि पर क़ानून कब? इसके बिना माफ़ी अधूरी!”
बीते दिनों कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर देश को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने तीन नए कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान किया. इसके बाद सरकार ने तेजी से इसे वापस लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी थी. शीतकालीन सत्र के पहले दिन सदन की कार्यवाही 12 बजे के बाद शुरू होने पर केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने लोकसभा में कृषि कानून निरसन विधेयक 2021 पेश किया और विपक्ष के विरोध के बावजूद बिल को पारित कर दिया गया. इसके साथ ही दोपहर दो बजे के बाद इस विधेयक को राज्यसभा में पेश किया गया और ध्वनिमत से उच्च सदन से भी बिल पास हो गया. आपको बात दें, इन बिलों के विरोध में एक साल से राजधानी दिल्ली की सीमाओं पर किसान आंदोलन कर रहे थे. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा निरसन विधेयक पर अंतिम मुहर लगा इसे पूर्ण रूप से निरस्त कर दिया गया.
बता दें कि किसान संगठन और विपक्ष लगातार सरकार से किसान आंदोलन के दौरान मारे गए किसानों के परिवार वालों को मुआवजा देने की मांग कर रहा है. लेकिन दो दिन पहले केंद्र सरकार ने संसद में कहा है कि साल भर से चल रहे किसान आंदोलन के दौरान कितने किसानों की मौत हुई है, इसका कोई आंकड़ा नहीं है, इसलिए मुआवजा देने का सवाल ही नहीं उठता.