अपशिष्ट अलगाव को बढ़ावा देने के लिए पटना नगर निगम (पीएमसी) के अधिकार प्राप्त स्थायी समिति के सदस्यों ने आईईसी (सूचना, शिक्षा और संचार) कार्यक्रम शुरू करने की योजना बनाई है. कार्यक्रम का उद्देश्य गीले और ठोस कचरे को अलग करने की प्रथा के बारे में जागरूकता फैलाना है.
पूरे वर्ष सभी वार्डों में गतिविधियों को अंजाम देने के लिए एक निजी फर्म को काम पर रखा जायेगा. गुरुवार को मौर्या लोक परिसर में आयोजित पीएमसी की 52वीं स्थायी समिति की बैठक में इस संबंध में निर्णय लिया गया.
मेयर ने कहा कि लोगों के व्यवहार में बदलाव लाने के लिए आईईसी गतिविधियां महत्वपूर्ण हैं.
बैठक के दौरान कुल मिलाकर 27 प्रस्ताव रखे गए, जिनमें छठ पूजा के लिए घाटों का सौंदर्यीकरण, तीन और घाटों पर बिजली के रेमेटोरियम की शुरुआत शामिल है. सेवा के 10 वर्ष पूरे करने वाले सफाई कर्मचारियों की नौकरियों का नियमितीकरण, ‘हर घर नल योजना’ इत्यादि मुद्दों पर चर्चा की गई.