अमरावती में पथराव की ताजा घटनाओं को देखते हुए शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया है. मेडिकल इमरजेंसी की स्थिति को छोड़कर, लोगों को अपने घरों से बाहर निकलने की अनुमति नहीं है. साथ ही पांच से अधिक लोगों के एक जगह जमा होने की भी अनुमति नहीं है. शनिवार को जारी आदेश के अनुसार, अमरावती की सीमा में कर्फ्यू लागू हो गया है और यह कर्फ्यू अगले आदेश तक जारी रहेगा.
आपको बता दें कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर हुए हमले के बाद त्रिपुरा में साम्प्रदायिक हिंसा हुई थी. इस हिंसा के बाद महाराष्ट्र में भारत बंद का आवाह्न किया गया था. इस दौरान हिंसा और भी भड़की. इन घटनाओं के बाद अमरावती बुरी तरह प्रभावित हुआ है. जबरदस्त तनाव के बीच सुबह 11 बजे से कर्फ्यू लगा दिया गया.
पथराव और लाठीचार्ज
त्रिपुरा सांप्रदायिक हिंसा के विरोध में मुस्लिम संगठनों द्वारा आयोजित रैलियों के दौरान अमरावती में शुक्रवार को पथराव की घटनाएं सामने आई. इसके उपरांत शनिवार को भाजपा द्वारा कथित रूप से बंद का आह्वान किया गया था. इसी दौरान शनिवार को हिंसा हुई और कुछ शरारती तत्वों ने पथराव के साथ साथ कई दुकानों को क्षतिग्रस्त कर दिया. जिसके बाद पुलिस को जवाबी कारवाई में प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज करना पड़ा था. जिसके बाद अब अमरावती में धारा 144 लगा दी गई है. मेडिकल इमरजेंसी की स्थिति को छोड़कर, लोगों को अपने घरों से बाहर निकलने की अनुमति नहीं है.
इस संबंध में गृह मंत्री दिलीप वलसे पाटिल ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है. उन्होंने कहा, “इस वक्त सिवाय अमरावती के संपूर्ण राज्य में शांति का माहौल है. अगर कोई हिंसा भड़काने की कोशिश करेगा तो उसके खिलाफ कड़ी कारवाई की जाएगी.”
जानकारी के मुताबिक कोतवाली पुलिस ने अमरावती में शुक्रवार और शनिवार को हुई हिंसा के मामले में 20 पर प्राथमिकी दर्ज की हैं तथा 20 लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है.
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