कोयले से चलने वाले बिजली संयंत्रों को कोयले की भारी कमी का सामना करना पड़ रहा है. इंडियन एक्स्प्रेस ने सूत्रों के हवाले से लिखा है कि ऊर्जा मंत्रालय ने मंगलवार को कोयले का उपयोग करने वाले बिजली संयत्रों के कम स्टॉक को बढ़ाने के लिए अपनी कोयले की आवश्यकता का 10 प्रतिशत तक आयात करने की अनुमति दे दी है. उन्होंने ये भी कहा कि इस कदम से एक सप्ताह के भीतर ताप विद्युत संयंत्रों में कोयले के स्टॉक में तेजी आ सकती है.
बिजली की मांग में वृद्धि और मॉनसून की बारिश के कारण बिजली से चलने वाले संयंत्रों में 15 से 30 दिनों के अनुशंसित स्तर के मुकाबले औसतन सिर्फ 4 दिनों की ही इन्वेंट्री है.
एक सरकारी अधिकारी के हवाले से इंडियन एक्स्प्रेस ने लिखा है कि बिजली संयंत्रों को आयातित कोयले का 10 प्रतिशत तक मिश्रण कर के उपयोग करने की अनुमति दे दी गई है.
केंद्र ने 2020 में उत्पादक कंपनियों को कोयला आयात में कटौती करने की सलाह दी थी. चीन में कोयले की कमी के कारण वैश्विक स्तर पर कोयले की कीमतें रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचने लगी है.