इंडियन एक्स्प्रेस में छपी खबर के मुताबिक सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों से पता चलता है कि उपभोक्ता मूल्य सूचकांक के आधार पर देश भर में खुदरा मुद्रास्फीति की वृद्धि सितंबर के महीने में गिरकर 4.35 प्रतिशत हो गई.
वहीं सरकारी आंकड़ों के अनुसार, औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (IIP) में अगस्त में 11.9 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई.
अगस्त में, खाद्य कीमतों में नरमी के कारण मुद्रास्फीति दर चार महीने के निचले स्तर 5.3 प्रतिशत पर आ गई. इसके विपरीत, खुदरा मुद्रास्फीति सितंबर 2020 में आठ महीने के उच्च स्तर 7.34 प्रतिशत पर पहुंच गई थी, जो मुख्य रूप से उच्च खाद्य मुद्रास्फीति से प्रेरित थी.
जुलाई 2021 में, खनन क्षेत्र में तेज विस्तार और बिजली और विनिर्माण क्षेत्रों द्वारा दर्ज की गई वृद्धि के कारण जुलाई 2020 में औद्योगिक उत्पादन में 10.5 प्रतिशत की गिरावट के मुकाबले 11.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई.