शिवानंद तिवारी राष्ट्रीय जनता दल के वरिष्ठ नेताओं में से हैं और मीडिया में आया उनका एक बयान बिहार और देश में सुर्खियां बटोर रहा है. उन्होंने कहा है कि तेजप्रताप यादव को राजद से निष्कासित करने का सवाल इसीलिए नहीं उठना चाहिए क्योंकि तेजप्रताप खुद को ही पार्टी से निष्कासित कर चुके हैं.
तिवारी ने कहा कि तेजप्रताप ने अपना संगठन बना लिया और लालटेन चिह्न का भी उपयोग किया लेकिन राजद ने उन्हें ऐसा करने से मना कर दिया.ऐसा स्वयं तेजप्रताप ने भी कबूल किया है. तिवारी ने सवाल किया कि ऐसे में क्यों माना जाय कि तेजप्रताप अब भी पार्टी में हैं.
हांलांकि मुख्यधारा की मीडिआ में ऐसे रिपोर्ट्स भी हैं, जिसमे तिवारी अपने बयान से पलटते नज़र आ रहे हैं. उलटा वह मीडिआ से ही सवाल पूछ रहे कि आखिरकार ऐसी ख़बरें उन्हें मिलती कहाँ से हैं.
बता दें कि लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने एक नया संगठन “छात्र जनशक्ति परिषद” का गठन किया है. यह कदम उन्होंने छात्र राजद की कमान उनके हाथ से ले लिए जाने के बाद उठाया. साथ ही अपने सहोदर छोटे भाई और पूर्व उप-मुख्यमंत्री तेजश्वी यादव से उनके मतभेद और टकराव की ख़बरें कई महीनों से मीडिया और लोगों की ज़ुबान पर हैं.