अटल पथ पर दौड़ती हैं गाड़ियां, दौड़ती है मौत!

बिहार की राजधानी पटना में दीघा से आर ब्लॉक तक एक सिक्स लेन सड़क है, जिसे अटल पथ के नाम से जाना जाता है. इसकी गिनती मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के महत्वाकांक्षी परियोजनाओं में की जाती है. तीन साल में बनी इस 7.6 किलोमीटर लंबी सड़क पर करोड़ों रुपये खर्च कर इसे मेट्रो शहरों की सड़क की तरह तैयार किया गया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 15 जनवरी 2021 को इस सड़क का उद्घाटन किया था.

कहा जाता है कि इस सड़क पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम भी किए गए हैं. सड़क पर जगह-जगह सीसीटीवी कैमरा लगाए गए हैं. जिसकी मॉनिटरिंग की जिम्मेवारी सचिवालय थाने के जिम्मे है. वहीं पुलिस के पेट्रोलिंग गाड़ी भी इस सड़क पर घूमती नजर आती है. बावजूद इसके अटल पथ पर रांग साइड व तेज रफ्तार से वाहन दौड़ते हैं. इस वजह से दुर्घटनाएं होती हैं. इतना ही नहीं, दिन दहाड़े पिस्टल की नोक पर लूट की बड़ी घटना को भी अंजाम दिया जाता है. ऐसी घटनाओं का घटित होना प्रशासनिक विफलताओं को दर्शाती है और राजधानी के पुलिस की कार्यशैली पर सवाल भी उठाती है.

अटल पथ का उद्घाटन करते मुख्यमंत्री
मौत के कारक तेज रफ्तार वाहन

पिछले कुछ दिनों में अटल पथ पर कई दुर्घटनाएं हुई हैं. इसमें तीन लोगों की मौत भी हो चुकी है. 26 नवंबर को महेशनगर के पास एक बेलगाम कार ने स्कूटी से जा रहे सेल्स टैक्स विभाग के असिस्टेंट कमिश्नर असीम कुमार और बाइक से जा रहे एक युवक को रौंद दिया था. जिसमें असीम कुमार की मौत हो गई थी. 31 दिसंबर को मोहनपुर के पास एक साइकिल सवार 20 साल के युवक को एक गाड़ी ने कुचल दिया था, उसकी भी मौत हो गई थी. बीते रविवार को आर-ब्लॉक के पास 16 साल के लड़के को बाइक समेत एक तेज रफ्तार गाड़ी ने टक्कर मार दी और भागने के क्रम में उसके सिर को रौंदते हुए चला गया. बताया जा रहा है कि गाड़ी रांग साइड से चल रही थी. ऐसे में सड़क पर सुरक्षा के दावे तो साफ-साफ नदारद नजर आते हैं. सड़क के लगभग एक साल बीत जाने के बाद भी स्थायी रूप से स्पीड रडार गन की व्यवस्था तक नहीं की गई है.

अटल पथ के आसपास के निवासियों का कहना है कि इस जगह गाड़ियों का आपस में भीड़ जाना और दुर्घटना में किसी की मौत हो जाना अब आम बात बन चुकी है. इसी अटल पथ पर लूट की घटनाओं को भी अंजाम दे दिया जाता है. बीते 15 नवंबर को दोपहर करीब 3.30 बजे हथियार से लैस पांच लुटेरों ने इसी अटल पथ पर एक कर्मी से 45 लाख रुपये लूट लिए थे. अपराधियों ने कर्मचारी के साथ मारपीट भी की. इसके दो दिन बाद 17 दिसंबर को दोपहर में इसी अटल पथ पर एमएलसी आवास मोड़ पर सहायक अभियंता ई.व्यासजी के ऊपर मोटर साइकिल सवार सात-आठ अज्ञात अपराधियों द्वारा लाठी-डंडे से हमला किया गया था. इन घटनाओं के बाद बिहार में एक बार फिर लॉ एंड ऑर्डर को लेकर सवाल उठे थे.

नियमों का उल्लंघन करनेवालों पर शिकंजा कसने में पुलिस विफल

शहर की सबसे शानदार सड़क अब हादसों की सड़क बनती जा रही है. अटल पथ पर रॉग साइड व तेज रफ्तार से वाहन दौड़ाने वाले लोगों की कमी नहीं है. अधिकतर गाड़ियां तेज रफ्तार में ही चलती है. 120 किमी प्रति घंटा तक चलने वाली गाड़ियों पर लगाम लगाने के लिए यहां ना तो पुलिस है और ना ही स्पीडो मीटर या स्पीड रडार गन. स्पीड रडार गन, जिससे वाहनों की गति मापी जाती है, जैसे यंत्रों की कमी भी हादसों का कारक साबित होती हैं. रडार गन की मदद से 500 मीटर दूर से ही 40 किलोमीटर प्रति घंटे से ज्यादा की स्पीड से चल रही गाड़ियों की डिटेल्स मिल जाती है.

प्रतीकात्मक इमेज: स्पीड रडार गन

इसके अलावे अक्सर बाइकर्स बीच सड़क पर देर शाम स्टंट करते हैं, सेल्फी और वीडियो शूट कराते हैं. प्रतिबंध के बावजूद नाबालिग भी बाइक व कार दौड़ा रहे हैं. इन्हे रोकने या टोकने के लिए कोई पुलिसकर्मी मौजूद नहीं रहते. इनपर शिकंजा कसने के लिए ट्रैफिक पुलिस द्वारा धर-पकड़ अभियान तो चलाया जाता है मगर कोई ठोस कदम उठाए नहीं जाते. पटना एसएसपी की मानें तो यहां पुलिस गश्त करती रहती है. लेकिन हकीकत को जानें तो पुलिस केवल खानापुर्ती के लिए सड़क के एक छोर पर गाड़ी खड़ी करने समय बिताते नजर आते हैं.

शुरू होगा अटल पथ फेज-2 का काम

अब अटल पथ सड़क के फेज-2 का कार्य होना है. फेज-1 में दीघा से आर ब्लॉक तक सिक्स लेन परियोजना शामिल थी जबकि दूसरे फेज के तहत दीघा से गंगा पथ को जोडऩे की परियोजना शामिल है. फेज-2 को पूरा होने में एक जगह पर जमीन अतिक्रमण का मामला सामने आ रहा था, जिसका आपसी समाधान कर दिया गया है. जिससे इस फेज के पूरा होने की उम्मीद बन गई है.

सरकार के द्वारा कहा जा रहा है कि इसके बनने से सुविधा और बढ़ जाएगी. अटल पथ से एम्स-दीघा एलिवेटेड रोड व जेपी सेतु से उत्तर बिहार की ओर जाना और आसान हो जाएगा. मगर आमलोगों का कहना है सरकार सड़क तो बना देती है, मगर सुरक्षा के इंतजाम करने में मार खा जाती है. आर-ब्लॉक के एक निवासी का कहना है कि “अभी अटल पथ के फेज़-1 सड़क पर आए दिन हादसे होते रहते हैं जिसकी खबर लेने वाला कोई नहीं है. अब जब सड़क के फेज-2 का निर्माण हो जाएगा तो वहाँ भी दुर्घटनाएं होंगी और कोई देखने वाला कोई नहीं होगा.”

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