मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक अधिकतर सुर्ख़ियों में रहते हैं क्योंकि उनकी टिप्पणियों व बयान काफ़ी साफ़ और तल्ख़ होती हैं. हाल ही में उन्होंने RSS और अम्बानी पर 300 करोड़ रुपये की रिश्वत उन्हें देने की कोशिश करने का इल्ज़ाम लगाया था. मगर अब उनका कहना है कि इस मामले में RSS का कोई योगदान नहीं था और RSS से उन्होंने माफ़ी माँगी है.
सत्यपाल मलिक का कहना है कि उन्हें किसी की ओर से दो काइलें मिली और बोला गया कि इसमें इतना पैसा शामिल है, जिससे यह बीच के लोगों को और अगर वे चाहें तो उन्हें भी मिल जाएगा. मगर मलिक ने उन्हें लेने से मना कर दिया. उन्हें यह बताया गया था कि एक फाइल अंबानी और दूसरी RSS से जुड़ी है लेकिन दोनों ही बातें गलत थी. पहले फाइल में अंबानी खुद नहीं बल्कि उनके तरफ से काम कर रही एक इंश्योरेंस कंपनी की थी और दूसरी फाइल पावर सेक्टर की थी.
उन्होंने अंत में कहा कि अब पूरा मामला खत्म हो चुका है क्योंकि मैंने RSS से माफ़ी माँग ली हैं.
वहीं किसानों को MSP देने का दावा करने वाले मलिक कह रहे हैं कि किसान आंदोलन का असर यूपी के विधानसभा चुनाव पर भले ही मामुली हो मगर लोकसभा चुनाव पर गहरा होगा.