3 अक्टूबर को लखीमपुर खेरी में हुई घटना की जाँच पड़ताल कर रही यूपी पुलिस की विशेष जाँच दल (SIT) उस घटना से संबंधियत घटना में 11 लोगों की पहचान में जुड़ी है. घटना में 2 भाजपा के कर्मचारियों और एक ड्राइवर की हत्या हुई थी और बाद में 4 किसानों और एक पत्रकार की पीट-पीटकर हत्या की गई थी. काफिले में केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा की वाहन शामिल थी.
अब तक पुलिस ने दो संदिग्धों, गुरविंदर सिंह और विचित्र सिंह को गिरफ्तार किया है जो कि हत्या से संबंधित हैं. पाँच लोगों की बेरहमी से हत्या के मामले में SIT ने अजय मिश्रा के बेटे आशीष समेत 13 लोगों को गिरफ्तार किया है.
जाँच-पड़ताल के दौरान SIT ने बहुत सारे वीडियो और तस्वीरों को स्कैन किया और उसमें से 11 चेहरे चुनें हैं जिनपर पुलिस को उस दिन की हत्या करने का शक है. कुछ वीडियो और तस्वीरें उन्हें सोशल मीडिया से प्राप्त हुई और कुछ और वहाँ के रहने वाले लोगों ने पुलिस को भेजा.
एक सीनियर पुलिस अधिकारी द्वारा बताया गया कि उन 11 लोगों के बारे में वे वहाँ के स्थानीय निवासियों से पता कर रहे हैं. SIT उन 11 लोगों की तस्वीरें सबके सामने लाने का सोच रही है ताकि उन्हें बेहतर जानकारियाँ मिले. पिछले महीने उन्होंने घटनास्थल की 6 तस्वीरें रिलीज़ की थी और लोगों को संदिग्धों को पहचानने के लिए बोला था. उनका कहना है कि वे हर छोटी से छोटी जानकारी पर बारीकी से ध्यान दे रहें है ताकि वे अच्छे से कार्रवाई कर सकें.
सोमवार को SIT ने एक स्थानीय निवासी रंजीत कुमार के खिलाफ़ गैर-जमानती वारंट दर्ज की. रंजीत कथित रूप से उस दिन की हत्या में शामिल थे. काफ़ी कोशिश के बाद रंजीत का कोई पता न चलने पर पुलिस ने अदालत का रास्ता लिया. उनका कहना है कि रंजीत उस दिन घटनास्थल पर मौजूद थे.
रंजीत कुमार ने हाल में राहत की माँग हाई कोर्ट से की जब पुलिस उनकी तलाश में थी. बाद में उन्होंने अपनी याचिका वापिस ले ली.
आरोपियों के खिलाफ मज़बूत मामला तैयार करने के लिए SIT ने उन आरोपियों के आवाज़ के नमूने लेने का निर्णय भी लिया है. उनपर हत्या के लिए जनता को उकसाने का शक है. SIT उन आवाज के नमूनों को घटना की वीडियो से मिलाने के लिए उन्हें फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला में भेजने का फैसला किया है.
एक वीडियो में संदिग्ध विचित्र सिंह जनता को उकसा रहे थे जब SUV विद्रोहियों प्रदर्शनकारियों पर चढ़ाई गई थी. उन्होंने उनको आवाज का नमूना प्रयोगशला में भेजा है और रिपोर्ट आनी बाकी है.
मंगलवार को कोर्ट में एक स्थानीय कोर्ट ने तीन दोषियों की नमानत याचिका खारिज कर दी। उनका नाम मोहित त्रिवेदी, रिंकु राणा और धर्मेंद्र है और वे किसानों की हत्या से संबंधित हैं.सरकारी वकील एसपी यादव ने कहा.
कोर्ट ने पहले पार्षदों सुमित जयसवाल, शिशु पाल, नंदन सिंह भिष्ट और सत्य प्रकाश त्रिपाठी की भी जमानत याचिका खारिज की थी.