लखीमपुर खीरी मामलें में राकेश टिकैट की भूमिका पर सबकी नजर टिकी हुई है. मारे गये किसानों के परिवार और प्रशासन बीच हुए समझौते के बाद राकेश टिकैट बहराइच पहुँचे हुए है. जहाँ पर एक किसान की मौत के बाद दुबारा पोस्टमार्टम कराने की मांग कर रहे हैं.
फिलहाल, उन्होंने एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि हमें सामाजिक आंदोलन भी चलाना होगा. सरकार के साथ जंक फूड बनाने वाली कंपनियों का भी सामाजिक बहिष्कार करना होगा. हमें अपने स्तर से विभिन्न किस्म के सामाजिक आंदोलन के जरिये सरकार का विरोध करना होगा. यह सरकार इस तरह नहीं मानने वाली है.
राकेश टिकैट ने गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी और उनके बेटे आशीष मिश्र मोनू के बारे में कहा कि कुछ क्षेत्र में बड़े-बड़े गुंडे पैदा होते हैं. बाप-बेटे उसी लाइन पर है. दोनों गुंडे हैं. उन्होंने आगे कहा कि किसानों की यह शहादत विरोध करने के चलते हुआ. कुछ दिन पहले मंत्री ने कहा कि किसानों को कुचल देंगे. उसका ही यह परिणाम है. किसानों पर गाड़ी चढ़ा देना.