श्रीनगर में एक पुलिसवाले की गोली मारकर हत्या करने के एक दिन बाद संदिग्ध आतंकियों ने सोमवार को ओल्ड सिटी क्षेत्र के एक आम नागरिक की भी हत्या कर दी.
पीड़ित का नाम, मोहम्मद इब्राहिम खान था, जो कि 45 साल का था और एक कश्मीरी पंडित के बोहरी कदल स्थित किराना दुकान में काम करता था. उसे सीने और पेट में गोली मारी गई थी और इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.
कड़ी सुरक्षा के बावजूद भी 24 घंटे के अंदर श्रीनगर में दो हत्याएँ हो चुकी हैं.
पिछले महीने हुई प्रवासी श्रमिकों सहित और कई आम नागरिकों की हत्याओं के उपरांत घाटी में ज्यादा से ज्यादा सैनिकों को तैनात कर दिया गया था. वहाँ सुरक्षा जाँच भी की गई थी.
खान अस्टिंगु गाँव, बंदीपुर का रहने वाला वासी था जो कि रोशन लाल मावा के द्वारा चलाए गए एक दुकान में काम करता था. मावा शुरुआती 90 के दशक के आतंकवाद से डरकर दिल्ली चला गया था मगर मई 2019 में उसने श्रीनगर लौटकर एक थोक किराना स्टोर, ओल्ड सिटी क्षेत्र में खोल लिया था.
पुलिस ने एक बयान में कहा है कि प्रारंभिक तहकीकात से यह खुलासा हुआ है कि आतंकवादियों ने एक नागरिक पर गोली चलाई और वो गोली के घाव से गंभीर रूप से घायल हो गया और उसे तुरंत ही इलाज के लिए सबसे नजदीकी अस्पताल में ले जाया गया, जहां उसने दम तोड़ दिया. उस क्षेत्र में संदिग्ध आतंकियों की खोज अभी जारी है.
रविवार को भी एक पुलिसवाले को बटमालू में आतंकियों द्वारा गोली मारी गई थी. गौरतलब है कि श्रीनगर पिछले महीने से भारी अलर्ट पर है क्योंकि पिछले महीने से ही हत्याओं का सिलसिला शुरू हुआ है तो रुक ही नहीं रहा.
बता दें कि 5 अक्टूबर को एक स्थानीय कश्मीरी पंडित और बिहार के एक मजदूर को मारा गया था और अगले ही दिन एक स्कूल प्रधानाध्यापक और उनके सहयोगी को गोली मारी गई थी. फिर 16 अक्टूबर को एक प्रवासी विक्रेता को ईदगाह इलाके, श्रीनगर में मारा गया था.
इन दर्दनाक घटनाओं के बाद केंद्र द्वारा अतिरिक्त 5,000 अर्धसैनिक बल के जवानों को घाटी में भेज कर तैनात कर दिया गया था, जिनमें से ज्यादातर श्रीनगर शहर में ही तैनात थे.