कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मंगलवार को कहा कि नीतिगत मामलों पर राज्यस्तर के कांग्रेस नेताओं ने स्पष्टता और आपसी सामंजस्य नहीं है.
कांग्रेस द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर को मुद्दे उठाए जा रहे हैं, जमीनी स्तर पर उनपे सही तरीके से काम नहीं किया जा रहा है. वे राज्यों के कांग्रेस अध्यक्षों, ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के जेनरल सेक्रेट्रीज और राज्य प्रभारियों की एक बैठक को सम्बोधित कर रही थीं.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस को वैचारिक रूप से बीजेपी आरएसएस के दुष्प्रचार अभियान से लड़ने की जरूरत है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अगर हमें उनके खिलाफ जीतना है तो लोगों के सामने उनके झूठ की सच्चाई को दृढ़ता के साथ लाना होगा.
उन्होंने कहा कि एआईसीसी रोज महत्वपूर्ण राष्ट्रीय मुद्दों पर बयान जारी करता है लेकिन मेरे अनुभव के अनुसार, वो सही तरीके से जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं के पास नहीं पहुंच पा रहे हैं. ऐसे कई मुद्दे हैं जिनपर मुझे राज्यस्तर के नेताओं के बीच स्पष्टता और आपसी सामंजस्य की कमी दिखती है.
बीजेपी आरएसएस के दुष्प्रचार को रोकने के लिए कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को ट्रेन करने की आवश्यकता पर जोड़ दिया और कड़ा संदेश देते हुए राज्यस्तर के नेताओं से आपसी रंजिश, जिससे पार्टी कमजोर हो सकती है, को छोड़ने के लिए कहा.
आगे उन्होंने कहा कि कांग्रेसियों को व्यक्तिगत महत्वाकांक्षाओं को छोड़कर, पार्टी को मजबूत करने पर काम करना चाहिए, इसी में व्यक्तिगत और सामूहिक सफलता है.